खड़गपुर, संवाददाता : जंगल महल में गुरुवार को हुए दूसरे चरण का चुनाव अपेक्षा के अनुरूप ही रहा। जीत की उम्मीदों के बीच द्वंद्व और दुविधा दावेदारों को पशोपेश में फंसाए रखी। खड़गपुर सदर समेत मतदान वाले केशपुर , सबंग और डेबरा आदि इलाकों में सुबह मतदान तो उत्साह पूर्वक शुरू हुआ , लेकिन जल्दी ही जगह – जगह से अप्रिय सूचनाएं आने लगी , जिनमें उम्मीदवारों के साथ कथित बदसलूकी और पक्षपात की शिकायतें आम रही।
पूर्व मेदिनीपुर के नंदीग्राम में पूरे दिन नाटकीय घटनाक्रम होते रहे , जबकि पश्चिम मेदिनीपुर के केशपुर से सर्वाधिक झड़प और हिंसा की सूचना मिली। हालांकि अन्यान्य क्षेत्रों से मिली ज्यादातर शिकायतें गलत साबित हुई।अलबत्ता जीत को लेकर कोई भी खेमा अंत तक आश्वस्त नहीं हो पा रहा था।
चुनाव वाले अन्यान्य क्षेत्रों में मतदान का प्रतिशत 70 के पार रहा, लेकिन खड़गपुर सदर में सबसे कम मतदान ( लगभग 67 फीसदी ) की संभावना व्यक्त की जाती रही। राजनीतिक हलकों में इसका अपने – अपने नजरिए से आकलन भी किया जाता रहा और संभावना के ऊंट के करवट बैठने के पूर्वानुमान लगाए जाते रहे।