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वाराणसी। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार दुनिया में ऐसे कई लोग हैं जो किसी का भी बुरा ना करते हुए भी बदनाम हो जाते हैं या किसी और की गलती के कारण उनका बदनामी का सामना करना पड़ता है। इन वजहों से उन पर किसी न किसी तरह से बेवजह कलंक लग जाता है।
इसका कारक आपकी जनम कुंडली के अंदर मौजूद ग्रहों की बुरी दशा, योग, युतियां एवं प्रभाव होते हैं जिसका अगर निवारण उपायों द्वारा समय रहते कर लिया जाए तो आपके और आपके परिवार को बदनामी या कलंक का सामना कभी करना नहीं पड़ेगा।
कुंडली में बदनामी और कलंक के योग बनने के कारण ग्रहों के यह योग बन सकते है। पूर्ण जानकारी के लिए प्रत्येक कुंडली के ग्रह योग, कुयोग, ग्रह युति, ग्रह दशा का अध्ययन कर उत्तर दिया जा सकता हैं।
1- कुंडली में बृहस्पति खराब स्थिति में हो।
2- सूर्य राहु या सूर्य केतु की युति हो ।
3- मंगल राहु युति भी कलंक का कारण बन सकते ।
4- सूर्य शनि युति या परस्पर दृष्टि संबंध भी कलंक की स्थिति पैदा कर सकती हैं।
5- शनि राहु युति भी ग्रह दशा में कलंक या अपमान करा सकती हैं।
6- कुंडली के 5, 8, या 12 भाव में ग्रहों की क्रूर या पापी युति हो ।
7- कुंडली के 5, 7, 11, या 12 भाव में क्रूर पापी ग्रहों की युति हो ।
8- राहु और शुक्र की युति हो तो दुष्चरित्र के कारण बदनामी हो सकती है।
9- शनि की साढ़े साती और ढैया में भी कलंक और बदनामी के योग बन सकते हैं।
ज्योतिर्विद रत्न वास्तु दैवज्ञ
पंडित मनोज कृष्ण शास्त्री
मो. 99938 74848
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