परीक्षाओं की वजह से पैदा होने वाले तनाव को दूर करने एक अनूठा संवादात्मक अवसर
छात्रों, अभिभावकों, शिक्षकों की जिज्ञासाओं का निराकरण माननीय पीएम करेंगे, जो प्रोत्साहन को गौरवान्वित करने वाली बात है- अधिवक्ता के.एस. भावनानी
अधिवक्ता किशन सनमुखदास भावनानी, गोंदिया, महाराष्ट्र। वर्तमान विशाल डिजिटल युग में शारीरिक तो क्या मानसिक मेहनत करने में भी आलस आने लगा है, क्योंकि की बोर्ड पर एक क्लिक से दुनिया की पूरी जानकारी स्क्रीन पर आ जाती है, तो फिर शारीरिक या मानसिक मेहनत करने का क्या औचित्य है? यह सोच न केवल आज के युवाओं पर बल्कि हमारे भविष्य के निर्माता बच्चों में भी घर करते जा रही है। जब मानसिक मेहनत की बात आती है तो दिसंबर-जनवरी का महीना होने से परीक्षाओं, सेमेस्टर परीक्षाओं और फरवरी से शुरू होने वाली फाइनल परीक्षाओं की घंटी बजती है, जिसमें छात्रों को मानसिक मेहनत कर पेपर में लिखना और ओरल प्रेजेंटेशन देना होता है। यहां कोई की बोर्ड पर क्लिक या कॉपी पेस्ट से काम नहीं चलता इसलिए छात्रों में परीक्षाओं की वजह से भारी तनाव पैदा हो जाता है और इसे देखकर अभिभावक और शिक्षक भी चिंतित हो जाते हैं कि बच्चों का तनाव कैसे दूर किया जाए?
इसी गुत्थी को किसी ताले की चाबी की तरह शिक्षा मंत्रालय द्वारा पिछले 7 वर्षों से प्रतिवर्ष खोली जाती है, जो है परीक्षा पे चर्चा, जिसमें सबसे बड़ी बात माननीय पीएम ख़ुद छात्रों, शिक्षकों, अभिभावकों को परीक्षा और उसके कारण आने वाले तनाव से मुक्त करने के मंत्र साझा करते हैं, जिसका बहुत अधिक सकारात्मक प्रभाव हमें पिछले वर्षों से देखने को मिला है। मैं स्वयं भी इस परिचर्चा को पिछले 6 वर्षों से टीवी चैनलों पर ऑनलाइन देखा हूं, जो प्रोत्साहन को गौरवान्वित करने वाली बात है। चूंकि परीक्षा पे चर्चा 2025 की जानकारी पीएम कार्यालय द्वारा पीआईबी और पीएम ट्विटर पर तथा केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के ट्विटर हैंडल से दी गई है, जिसमें शामिल होने की अंतिम तारीख 14 दिसंबर से 14 जनवरी 2025 थी इसलिए हम आज इस आलेख के माध्यम से चर्चा करेंगे, पीएम के साथ परीक्षा पे चर्चा 2025.
साथियों बात अगर हम परीक्षा पे चर्चा 2025 में रिकॉर्ड तोड़ 3.50 करोड़ रजिस्ट्रेशन की करें तो, पीएम के साथ ‘परीक्षा पे चर्चा’ का हिस्सा बनने के लिए इस वर्ष रिकॉर्ड संख्या में छात्रों, अभिभावकों व शिक्षकों ने अपना पंजीकरण कराया है। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक अभी तक परीक्षा पे चर्चा में शामिल होने के लिए 3.5 करोड़ से अधिक लोगों ने पंजीकरण कराए हैं जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है। परीक्षा पे चर्चा में रजिस्ट्रेशन कराने वालों में बड़ी संख्या में विदेशी छात्र भी शामिल हैं। रजिस्ट्रेशन की प्रोसेस बंद हो गई है। पीएम की पहल ‘परीक्षा पे चर्चा परीक्षा से जुड़े तनाव को कम करने का तरीका सिखाती है। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय का मानना है कि यह पहल परीक्षा को जश्न के पर्व में परिवर्तित करने के लिए एक राष्ट्रव्यापी आंदोलन के रूप में निरंतर प्रगति कर रही है, गौरतलब है कि इस चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री परीक्षा से जुड़े छात्रों के विभिन्न प्रश्नों का उत्तर देते हैं। इसके साथ ही प्रधानमंत्री छात्रों को यह मार्ग भी दिखाते हैं कि कैसे बिना तनाव और दबाव के परीक्षाओं में शामिल होना है।
साथियों बात अगर हम परीक्षा पर चर्चा आठवीं संस्करण की विशेष उपलब्धि की करें तो कार्यक्रम के 8वें संस्करण ने भारत और विदेशों के छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों से 3.5 करोड़ से अधिक पंजीकरण के साथ एक खास उपलब्धि हासिल की है। शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक यह प्रतिक्रिया एक सच्चे जन आंदोलन के रूप में कार्यक्रम की बढ़ती लोकप्रियता को प्रदर्शित करती है। पीपीसी 2025 के लिए ऑनलाइन पंजीकरण mygov.in पर 14 दिसंबर 2024 से प्रारंभ हुआ और 14 जनवरी 2025 तक जारी रहा। शिक्षा मंत्रालय के अंतर्गत स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग द्वारा प्रतिवर्ष आयोजित किया जाने वाला यह इंटरैक्टिव कार्यक्रम शिक्षा का एक बहुप्रतीक्षित उत्सव बन गया है।
साल 2024 में इसका 7वां संस्करण भारत मंडपम, प्रगति मैदान, नई दिल्ली में टाउन हॉल प्रारूप में आयोजित किया गया था। पीपीसी की भावना के अनुरूप, 12 जनवरी 2025 (राष्ट्रीय युवा दिवस) से 23 जनवरी 2025 (नेताजी सुभाष चंद्र बोस जयंती) तक स्कूल स्तर पर कई आकर्षक गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। इन गतिविधियों का उद्देश्य छात्रों के समग्र विकास को प्रोत्साहन देना और परीक्षाओं को उत्सव के रूप में मनाने के लिए प्रेरित करना है। इन गतिविधियों में स्वदेशी खेल प्रतियोगिताएं, मैराथन दौड़, मीम प्रतियोगिताएं, नुक्कड़ नाटक, योग और ध्यान सत्र, पोस्टर प्रतियोगिता, प्रेरणादायक फिल्मों का प्रदर्शन, मानसिक स्वास्थ्य कार्यशालाएं और परामर्श सत्र, कविता व गीत आदि शामिल हैं। इन गतिविधियों के माध्यम से शिक्षा को दबाव पूर्ण गतिविधि के बजाय एक यात्रा के रूप में मनाना सिखाया जाता है।
यह कार्यक्रम पीएम द्वारा छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों के साथ परीक्षा से जुड़ी चिंताओं, तनाव और तैयारियों पर चर्चा करने के लिए आयोजित किया जाता है। कक्षा 6 से 12 तक के छात्रों के लिए आयोजित इस इंटरैक्टिव सत्र में पीएम सुझाव और मार्गदर्शन देते हैं। अभिभावक और शिक्षक भी इस कार्यक्रम में भाग ले सकते हैं। उनके लिए ऑनलाइन कार्यक्रम उपलब्ध हैं, जिनमें भाग लेकर वे अपना काम जमा कर सकते हैं। सभी प्रतिभागियों को इस कार्यक्रम का भागीदारी प्रमाण पत्र मिलेगा। इस बार का कार्यक्रम जनवरी 2025 में नई दिल्ली के भारत मंडपम में आयोजित किया जाएगा। हालांकि, कार्यक्रम की तारीख अभी घोषित नहीं की गई है। रजिस्ट्रेशन के दौरान, छात्र 500 शब्दों में अपना प्रश्न प्रधानमंत्री मोदी को भेज सकते हैं।
चुनिंदा प्रतिभागियों को कार्यक्रम में प्रधानमंत्री से सीधे सवाल पूछने का अवसर भी मिलेगा। मुख्य कार्यक्रम में शामिल होने के लिए चयनित 2500 छात्रों को शिक्षा मंत्रालय द्वारा विशेष पीपीसी किट प्रदान की जाएगी। इसमें भाग लेने के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन जरूरी है। जिन छात्रों के पास इंटरनेट की सुविधा, ईमेल आईडी या मोबाइल नंबर नहीं है,वे परीक्षा पे चर्चा 2025 में शिक्षक ऑप्शन के जरिए भाग ले सकते थे। एक शिक्षक रजिस्टर करने के बाद अपनी आईडी से लॉगिन करके एक बार में एक या ज्यादा विद्यार्थियों का डीटेल सबमिट कर सकता था। इसके लिए कोई फीस नहीं ली गई थी। फ्री में रजिस्टर कर सकते थे। सही तरीके से रजिस्टर करने के बाद ही हमको पीएम के साथ प्रोग्राम में हिस्सा लेने का मौका मिल सकेगा।
साथियों पीपीसी 2025 में छात्रों के लिए अलग-अलग थीम बताई गई है। रजिस्टर करते समय कोई एक थीम चुननी होगी। हर एक्टिविटी के लिए शब्द सीमा बताई गई है, उससे ज्यादा न लिखें, पीएम से जो भी सवाल पूछ रहे हैं उन्हें लिखने के लिए वर्ड लिमिट 500 है। कॉपी-पेस्ट करने से बचें। आपके जवाब असली, क्रिएटिव और आसान होने चाहिए। सफलता पूर्वक रजिस्टर करने के बाद सभी छात्रों को एक डिजिटल सर्टिफिकेट जारी किया। हम उसे mygov.in से डाउनलोड कर सकेत हैं। अलग-अलग थीम में जीतने वाले छात्रों को स्पेशल परीक्षा पे चर्चा किट दी जीएगी। इसके अलावा एनसीईआरटी डायरेक्टर द्वारा सर्टिफिकेट दिया जाएगा। ध्यान रखें- सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन में कहा गया है कि रजिस्ट्रेशन के दौरान आप जो भी लिखेंगे, उसमें कुछ भी ऐसा न हो जो अनुचित, उकसाने वाला लगे, आपके द्वारा दी गई जानकारी को सरकार आगे जरूरत के अनुसार किसी भी तरीके से इस्तेमाल कर सकती है। हालांकि, अभी यह तय नहीं हो पाया है कि परीक्षा पे चर्चा 2025 कब और कहां होगी।
साथियों शिक्षा मंत्रालय ने अपने सोशल मीडिया हैंडल में परीक्षा पे चर्चा में भाग लेने का आह्वान करते हुए कहा कि अपने डर को दूर करने और त्योहारों की तरह परीक्षा मनाने का मंत्र जानें! इसमें कहा गया है, परीक्षा पे चर्चा 2025 की गतिविधियों में भाग लें और पीएम के साथ सीधे बातचीत करने का मौका पाएं। वहीं, mygov वेबसाइट पर बताया गया है कि परीक्षा के तनाव को पीछे छोड़ने और अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित होने का समय आ गया है! पीएम माता-पिता और शिक्षकों के साथ भी बातचीत करेंगे, ताकि छात्रों को उनके सभी सपनों और लक्ष्यों को पूरा करने में सहायता कर सके और उन्हें सक्षम बनाया जा सके। इसके अलावा mygov. पर प्रतियोगिताओं के माध्यम से चुने गए लगभग 2500 छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों को शिक्षा मंत्रालय द्वारा पीपीसी किट उपहार में दी जाएगी।
साथियों अगर हम अपने परीक्षाओं को लेकर भारी तनाव में जी रहे हैं तो हमें परीक्षा पे चर्चा के 8वें संस्करण में भाग लेकर इस तनाव को दूर करने के लिए एक व्यापक उच्च स्तरीय मार्गदर्शन की जरूरत है, जिसमें हमारे मन में उभरे सवालों के जवाब की जरूरत है। अपनी परेशानी उच्च स्तर पर साझा करने की जरूरत है, बस!इन्हीं सभी जिज्ञासाओं को पूरा करने के लिए शिक्षा मंत्रालय द्वारा इस वर्ष 2025 में परीक्षाओं के पूर्व, परीक्षा पे चर्चा, 2025 एक अनूठा संवादात्मक कार्यक्रम कर रहा है जिसमें विशेष खासियत यह है कि इस चर्चा में जिज्ञासाओं का निराकरण माननीय पीएम करेंगे जो अपने आप में एक प्रोत्साहन को गौरवान्वित करने वाली बात होगी। हालांकि ऐसा कार्यक्रम पिछले 7 वर्षों से किया जा रहा है। इसका विशेष महत्त्व कोरोना काल 2020 से अभी 2025 तक अत्यंत सार्थक समझ में आया था, क्योंकि बच्चे अति उत्साहित हो गए थे और परीक्षाओं की वजह से पैदा होने वाले तनाव को दूर करने के लिए यह एक सकारात्मक पहल और उपाय सिद्ध हुआ था।
साथियों क्योंकि मैंने भी विद्यार्थियों से परिचर्चा करते हुए यह कार्यक्रम टीवी चैनलों पर पिछले 6 वर्षों से देख रहा हूं कि किस तरह माननीय पीएम बच्चों को प्रोत्साहन और उनकी जिज्ञासाओं का समाधान कर रहे थे।
अतः अगर हम उपरोक्त पूरे विवरण का अध्ययन कर उसका विश्लेषण करें तो हम पाएंगे कि पीएम के साथ परीक्षा पे चर्चा 2025-अंतिम दिन 14 जनवरी 2025 तक रिकॉर्ड तोड़ 3.50 करोड़ से अधिक रजिस्ट्रेशन हुए। परीक्षाओं की वजह से पैदा होने वाले तनाव को दूर करने का एक अनूठा संवादात्मक अवसर छात्रों, अभिभावकों, शिक्षकों की जिज्ञासाओं का निराकरण माननीय पीएम करेंगे जो प्रोत्साहन को गौरवान्वित करने वाली बात है।
(स्पष्टीकरण : इस आलेख में दिए गए विचार लेखक के हैं और इसे ज्यों का त्यों प्रस्तुत किया गया है।)
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