खड़गपुर पुस्तक मेला के 25 साल, रजत जयंती वर्ष पर होंगे अनुपम आयोजन

अमितेश कुमार ओझा, खड़गपुर : खड़गपुर पुस्तक मेला समिति द्वारा आयोजित मानस गौतम नारायण चौबे मेमोरियल ट्रस्ट के सहयोग से खड़गपुर पुस्तक मेला आयोजन का रजत जयंती वर्ष मनाने जा रहा है। पुस्तक मेला समिति की ओर से सदस्यों ने ख़रीदा स्थित नवनिर्मित कार्यालय परिसर में आयोजित पुस्तक मेले का कार्यक्रम प्रस्तुत किया I

बैठक में अध्यक्ष व पूर्व प्रोफेसर तपन पाल ने कहा कि किताबें हमारे समाज को जीवंत रखती हैं I इस रजत जयंती वर्ष में झाड़ग्राम और पूर्व व पश्चिम मेदिनीपुर के लोगों को काफी उम्मीदें होंगी I हम उसे पूरा करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं I

उन्होंने यह भी कहा कि बुजुर्ग लोग किताबों के बिना सोच भी नहीं सकते। वर्तमान समय में भी वे किताबों से चिपके हुए हैं, मोबाइल फोन के तौर-तरीके नहीं समझ पा रहे हैं। पुस्तक मेला समिति के सचिव देवाशीष चौधरी ने कहा कि प्रथम वर्ष के पुस्तक मेले की शुरुआत गौतम चौबे के कर कमलों से हुई थी I

उनकी मृत्यु के बाद विभिन्न घात – प्रतिघात के बीच मेला 25वें वर्ष में पहुँच गया। इस वर्ष, देश भर में महिलाओं के खिलाफ हिंसा को उजागर करने के लिए वयस्कों और बच्चों के लिए विभिन्न निबंध प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया ।

इस वर्ष इस विभाग में सफल होने वालों के लिए अन्य वर्षों की तरह छात्रवृत्ति की व्यवस्था है। 25वें वर्ष के उपलक्ष्य में विशेष लोगो और थीम गीत – खड़गपुर बोई मेला भालोबेसे /इतिशे गुटिगुटी पाये/अमरा पंचीशे/चलो जाये मिलिमिशे…. कलाकार लग्नजिता और ऑर्क चट्टोपाध्याय ने गाया है I

इसके अलावा अरूप शंकर मैत्र की छोटालोक और भद्रलोक बांग्ला भाषा विश्लेषण पुस्तक आ रही है। 3 जनवरी को उद्घाटन समारोह में कुछ प्रवासियों और खड़गपुर के प्रमुख लोगों को सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस साल वह आर्थिक तंगी के लिए 100 रुपए के सहयोग कूपन बुक छपवाकर साढ़े तीन हजार लोगों से चंदा मांग रहे हैं I

देबाशीष चौधरी आगे कहते हैं- किताब खरीदने वाले पाठक किताब के बारे में कुछ शब्दों पर अपनी राय व्यक्त कर सकते हैं। हम उनमें से कुछ को पुस्तक मेला समिति की ओर से पुरस्कृत करेंगे। सदस्यों में से एक मृणाल सतपथी ने कहा- पुस्तक मेले के लिए रजत जयंती वर्ष मनाना बड़ी बात है, हमें अधिक से अधिक लोगों को पुस्तक-उन्मुख बनाने की पहल करनी होगी I

लघु पत्रिकाओं के बारे में इस वर्ष के विचार में उन्होंने कहा- हम झाड़ग्राम समेत दोनों मेदिनीपुर की लघु पत्रिकाओं के संपादकों को आमंत्रित कर रहे हैं I ताकि वे पुस्तक मेले के विशाल लिटिल मेघ मंडप में अपनी पत्रिकाएँ प्रदर्शित कर सकें। उन्होंने कहा कि पहले भी कई लोगों ने इसमें रुचि व्यक्त की है I इस वर्ष योजना सफल रही तो अगले वर्ष लिटिल मैगजीन मेला आयोजित करने की इच्छा है।

आज के आयोजक और पुस्तक मेला समिति के सदस्यों में से एक अपूर्व चटर्जी ने कहा कि मुख्य मंच के अलावा एक और मंच होगा जहां पाठक, लेखक और प्रकाशक अपने विचारों का आदान-प्रदान करेंगे। एक अन्य मंडप पर भी नजर डाली जाएगी, जहां 25 साल की यात्रा का कोलाज होगा। इस वर्ष पुस्तक मेला 3 जनवरी से शुरू हो रहा है और 12 जनवरी 2025 तक गिरि मैदान स्थित गीतांजलि सामुदायिक भवन के परिसर में चलेगा I

3 जनवरी को खड़गपुर के बाहर से आए कुछ लोगों के लिए स्वागत समारोह है। 4 जनवरी को मेले का उद्घाटन प्रमुख व्यक्तियों द्वारा किया जायेगा तथा शाम को हैदर अली हुसैन द्वारा शहनाई वादन होगा। 5 जनवरी को भूमि बैंड फेम सुरजीत और उनके दोस्त मिलकर विभिन्न लोक गीत गाएंगे। 6 जनवरी को रवीन्द्रनाथ टैगोर की चिरकुमार सभा का मंचन होगा।

जिसमें विजय लक्ष्मी बर्मन बिस्वजीत चक्रवर्ती उर्मी माला बोस और अन्य कलाकार अभिनय करेंगे I गाने में श्रीकांत आचार्य और जयति चक्रवर्ती होंगे I राजू दास बाउल का बाउल गाना 7 जनवरी को होगा I प्रमुख हिन्दी फ़िल्म अभिनेता आशीष विद्यार्थी एवं उनकी टीम का 8 जनवरी को हिन्दी कार्यक्रम होगा । 9 जनवरी को अल्ताफ राजा का कव्वाली प्रोग्राम है I

10 जनवरी को जी सारेगामा फेम सेजुती दास के गाने होंगे। इमोन चक्रवर्ती का 11 जनवरी का बंगाली गाना होगा । 12 जनवरी को समापन समारोह में होस्ट सलमान अली द्वारा हिंदी सा ​​रे गा मा पार गान होगा । बैठक में देबाशीष डे, सौमेन चक्रवर्ती, मौसमी सरकार, देवदास बनर्जी, कृष्णु आचार्य, उमेश सिंह, पार्षद अपूर्व घोष सहित अन्य लोग उपस्थित थे I

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