Kharagpur: A roar against corporate and privatization

खड़गपुर : कॉर्पोरेट व निजीकरण के खिलाफ भरी हुंकार

खड़गपुर ब्यूरो: पूरे देश की तर्ज पर पश्चिम मेदिनीपुर जिला अंतर्गत विभिन्न भागों के साथ ही जंगल महल में भी  संयुक्त किसान मोर्चा और केंद्रीय ट्रेड यूनियनों की पहल पर 14 सूत्री मांगों को लेकर मार्च और रैलियां निकाली गईं।

मार्च की मुख्य मांगें एनडीए सरकार की कॉर्पोरेट-उन्मुख नीति को वापस लेने, कृषि उत्पाद समर्थन मूल्य कानून बनाने, कृषि ऋण माफी, श्रम संहिता को रद्द करने, बिजली बिल, स्मार्ट मीटर, राज्य के स्वामित्व वाली सुरक्षा की मांग थी।

उद्यमों, खेत मजदूरों के न्यूनतम 200 दिन रोज़गार, 600 रुपए की दैनिक न्यूनतम मज़दूरी, 60 वर्ष से ऊपर के किसानों सहित सभी कामकाजी लोगों को 10,000 का मासिक भुगतान आदि शामिल है।

जुलूस समाहरणालय के मुख्य द्वार से शुरू हुआ और विभिन्न सड़कों का भ्रमण करते हुए गांधी मोड़ पर एकत्र हुआI साथ ही मांगों को सामने रखते हुए जिलाधिकारी को प्रतिनियुक्ति दी गयी।

कार्यक्रम का नेतृत्व तरुण रॉय, मेघनाद भुइयां, सुभाष डे, तापस सिन्हा, गोपाल प्रमाणिक, कीर्ति दे बक्सी, बिप्लब भट्ट, सुकुमार सिंह, अनवर रेजा, प्रशांत जाना, पीयूष मोहंत, रतन कारक और अन्य नेताओं ने किया।

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