अमितेश कुमार ओझा, खड़गपुर : आंध्र प्रदेश स्थापना दिवस के महत्वपूर्ण अवसर पर पश्चिम मेदिनीपुर जिला अंतर्गत खड़गपुर की सामाजिक संस्था प्रवासी आंध्रा नव्य कला परिषद (पीएनके परिषद) की ओर से इस दिवस का पालन किया गया।
इस अवसर पर उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों में कोंडल रॉय, एम मुरली, बी श्रीनिवास राव और सुरेंद्र रेड्डी आदि प्रमुख रहे।
अपने सम्बोधन में वक्ताओं ने कहा कि समभाषाई और सांस्कृतिक एकता के लिए समर्पित एक उल्लेखनीय नेता पोट्टी श्रीरामुलु ने अलग आंध्र राज्य के लिए निस्वार्थ भाव से अपना जीवन बलिदान कर दिया।
उनकी जबरदस्त प्रतिबद्धता एक भूख हड़ताल रही जो 56 दिनों तक चली और अंततः उन्होंने अपने लोगों और विश्वासियों के लिए अपनी जान दे दी।
उनके बलिदान ने तेलुगु लोगों के दिलों में एक अदम्य भावना जगाई, जिसकी परिणति भारतीय प्रधान मंत्री जवाहरलाल नेहरू द्वारा श्रीरामुलु गारू के निधन के ठीक तीन दिन बाद आंध्र राज्य के निर्माण की घोषणा के रूप में हुई।
जैसा कि हम इस ऐतिहासिक यात्रा को याद करते हैं, हम पोट्टी श्रीरामुलु की विरासत को श्रद्धांजलि अर्पित करें और एकता, लचीलेपन और सांस्कृतिक गौरव के उनके मूल्यों को बरकरार रखें, जिसने आंध्र प्रदेश को अस्तित्व में लाया। आज हम अपने दृष्टिकोण को बड़े गर्व और सम्मान के साथ आगे बढ़ा रहे हैं।
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