पूरा विश्व दीपावली की रोशनी व दियों की जगमगाहट से सराबोर होगा

पूरी दुनिया में बसे मूल भारतीय दियों की जगमगाहट व आतिशबाजी कर भारतमय में सराबोर होते हैं
दीपावली पर्व पर अमेरिका, सिंगापुर, मॉरीशस, मलेशिया सहित अनेक देशों में सरकारी छुट्टी घोषित है, जो इस पर्व को भव्यता प्रदान करती है- अधिवक्ता के.एस. भावनानी

अधिवक्ता किशन सनमुखदास भावनानी, गोंदिया, महाराष्ट्र। वैश्विक स्तर पर दुनिया में भारत एक ऐसा अकेला देश है जो सदियों से अपनी रीति रिवाजो, मान्यताओं अपने पूर्वजों की संस्कृतियों से चलने वाला देश है।हालांकि दुनियां में भारत ही एक अकेला ऐसा देश है, जहां हजारों, लाखों जाति समाज धर्म समुदाय से सराबोर हैं, जहां एकता में अनेकता का भाव है। यही कारण है कि हर धर्म समाज जाति समुदाय के मानुषी जीव अपने-अपने धर्म समुदायों के त्यौहार बड़े धूमधाम से मनाते हैं, परंतु इतिहास में सदियों से चल रहा एक पर्व दीपावली को मनाने का अगर हम अध्ययन करेंगे तो सभी धर्मो जातियों समुदायों के लोग इस पर्व को धूमधाम से मनाते हैं, हालांकि कुछ अपवाद से इनकार नहीं किया जा सकता फिर भी बड़ी मात्रा में यह पर्व सभी मिलकर मनाते हैं, जो इस वर्ष 31 अक्टूबर 2024 को है।

परंतु इसकी शुरुआत 29 अक्टूबर 2024 को धनतेरस के दिन से 5 दिन के उत्सव के रूप में शुरू हो गया है। जिसका इंतजार लोग लंबे समय से कर रहे थे। धनतेरस, पहले दिन का उत्सव, इस दिन खरीदी करना शुभ माना जाता है। इस दिन मां लक्ष्मी, भगवान धन्वंतरि और कुबेर देव की पूजा की जाती है व घर में 5 दिन के लिए दिए जलाने का शुभ क्रम शुरू हो जाता है। इसके माध्यम से सुख समृद्धि को अपने घर में न्योता दिया जाता है। कहा जाता है कि धनतेरस के दिन माता लक्ष्मी, भगवान धन्वंतरि और कुबेर देव की पूजा करने से साल भर घर में धन की वर्षा होती है। धनतेरस के दिन हर किसी के जीवन में कई अनेक खुशियां और समृद्धि लेकर आता है।

कहते हैं यह आस्था भारत में ही अधिक है परन्तु पाश्चात्य देश भी इससे अछूते नहीं हैं। बता दें दीपावली एक ऐसा त्यौहार है जो पूरे विश्व के हर देश में मनाया जाता है। अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड जैसे विकसित देशों से लेकर सिंगापुर, मॉरीशस, मलेशिया, श्रीलंका जैसे अनेक देशों में मनाया जाता है। अमेरिका में टाइम्स स्क्वायर पर 20 अक्टूबर 2024 को दिवाली पर्व बड़े धूमधाम से मनाया गया तो दिनांक 28 अक्टूबर 2024 को व्हाइट हाउस में राष्ट्रपति जो बिडेन और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस की उपस्थिति में दीए जलाकर दीपावली मनाई गई। जिसकी शुरुआत जो बायडेन द्वारा 2021 से की गई थी जो अब प्रतिवर्ष मनाया जाता है, जिसकी चर्चा हम नीचे करेंगे। पूरी दुनिया दीपावली की रोशनी दियों की जगमगाहट से सराबोर होगा, इसलिए आज हम मीडिया में उपलब्ध जानकारी के सहयोग से इस आलेख के माध्यम से चर्चा करेंगे, पूरी दुनिया में बसे मूल भारतीय दियों की जगमगाहट व आतिशबाजी कर भारतमय में सराबोर होते हैं।

साथियों बात अगर हम 28 अक्टूबर 2024 को अमेरिका के वॉशिंगटन डीसी में स्थित व्हाइट हाउस में दीपावली मनाने की करें तो, भारत में इस साल कई लोगों को दिवाली की तारीख को लेकर असमंजस है लेकिन बता दें कि इस वर्ष दीपावली का त्यौहार 31 अक्टूबर 2024 को मनाया जा रहा है। प्रतिष्ठित विद्वानों, ज्योतिषाचार्यों और धर्म शास्त्राचार्यों ने ज्योतिषीय गणनाओं के आधार पर यह फैसला लिया है, ऐसा ही मीडिया में आया है। अमेरिका के मौजूदा राष्ट्रपति जो बाइडेन को दिवाली का त्योहार कितना पसंद है, ये दुनिया देख चुकी है। हर साल वो दिवाली का त्योहार बड़े धूमधाम से मनाते हैं। इस बार भी सोमवार को राष्ट्रपति बाइडेन व्हाइट हाउस में देशभर से बड़ी संख्या में आए भारतीय अमेरिकियों के साथ दिवाली मनाई।

पिछले वर्षों की परंपरा को जारी रखते हुए, राष्ट्रपति अपने वक्तव्य से पहले ब्लू रूम में दीया जलाया, इसके बाद वह भारतीय अमेरिकियों के एक ग्रुप को संबोधित किए, जिनके लिए एक रिसेप्शन आयोजित किया गया था। पिछले साल भी उन्होंने दिया जलाकर दिवाली की बधाई सभी को दी थी, यह आखिरी मौका होगा जब वो व्हाइट हाउस में दिवाली मनाएंगे क्योंकि उन्होंने खुद को राष्ट्रपति पद की रेस से इस बार बाहर कर लिया है। राष्ट्रपति पद के लिए मुकाबला अब पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और कमला हैरिस के बीच है जो चुनाव 5 नवंबर 2024 को होगा। राष्ट्रपति के भाषण के दौरान लोगों को अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा की प्रतिष्ठित अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स का एक वीडियो संदेश भी सुनाया। कार्यक्रम में शास्त्रीय दक्षिण एशियाई नृत्य और संगीत समूह नूताना और मरीन कॉर्प्स बैंड मेहमानों का मनोरंजन किया।

साथियों बात अगर हम अमेरिका न्यूयॉर्क के टाइम्स स्क्वायर पर 20 अक्टूबर 2024 को दीपावली मनाने की करें तो, मूल भारतीयों में टाइम्स स्क्वायर पर दिखा दिवाली का जश्न, भारतवंशियों संग नजर आए अमेरिकी दोस्त, इस कार्यक्रम में अलग-अलग सांस्कृतिक समुदाय के लोगों ने अपनी-2 प्रस्तुति दी। इस दौरान मेयर एरिक एडम्स, न्यूयॉर्क राज्य विधानसभा सदस्य जेनिफर राजकुमार, सीनेटर चक शूमर और न्यूयॉर्क में भारत की विनया प्रधान वहां मौजूद थीं। राजकुमार ने पूरे अमेरिका में दिवाली के दिन स्कूलों में छुट्टी दिलाने में अहम भूमिका निभाई है। इस कार्यक्रम के बाद मेयर एडम्स ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कुछ तस्वीरें साझा की।

पोस्ट में उन्होंने लिखा आज टाइम्स स्क्वायर पर वार्षिक दिवाली समारोह के लिए अपने हिंदू भाइयों और बहनों के साथ होने पर गर्व है, क्योंकि हम अंधेरे को दूर भगा रहे हैं और अपने पूरे शहर में रोशनी का स्वागत कर रहे हैं। टाइम्स स्क्वायर पर दिवाली की संस्थापक नीता भसीन ने भी समारोह के दौरान अहम भूमिका निभाई। उत्सव का समापन दीए जलाने की औपचारिक समारोह के साथ हुआ। बताया जाता है कि न्यूयॉर्क में साल 2013 से दिवाली मनाई जाती रही है। पिछले साल न्यूयॉर्क शहर में दिवाली को आधिकारिक तौर पर स्कूल की छुट्टी के रूप में भी मान्यता दी गई थी।मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका में लगभग 4.4 मिलियन भारतीय मूल के लोग रहते हैं, जिनमें से भारतीय मूल के लोग अमेरिका में तीसरा सबसे बड़ा एशियाई जातीय समूह हैं।

साथियों बात अगर हम भारत अमेरिका सहित पूरी दुनिया में दीपावली महोत्सव मनाने की करें तो, कई अन्य देशों में भी इस त्योहार का उतना ही महत्व है? नेपाल, बाली, सिंगापुर समेत कई देशों में दिवाली पर खूब रौनक रहती है। अमेरिका के कुछ स्टेट्स में भी दिवाली की सरकारी छुट्टी रहती है। इससे हम समझ सकते हैं कि सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि अमेरिका व अन्य कई देशों में भी दिवाली की छुट्टी रही। अमेरिका में बड़ी संख्या में भारतीय रहते हैं।अमेरिका के राष्ट्रपति दिवाली के खास अवसर पर व्हाइट हाउस में दीप भी प्रज्वलित करते हैं। इस बार 5 नवंबर 2024 को राष्ट्रपति चुनाव को देखते हुए दिवाली को बहुत महत्व है। लाखों मूल भारतीय वहां रहते हैं और दीपावली उनका सबसे बड़ा पर्व है इसलिए दीपावली का महत्व और भी बढ़ गया है।

संयुक्त राष्ट्र अमेरिका के पेनसिल्वेनिया प्रांत ने दिवाली पर्व के मौके पर आधिकारिक छुट्टी घोषित करने वाला एक कानून पास किया है।इस विधेयक को पेनसिल्वेनिया सीनेट ने 50-0 से पास किया। बता दें कि पेनसिल्वेनिया में करीब 2 लाख साउथ एशियंस रहते हैं और उनके लिए रोशनी का उत्सव एक खुशी का मौका होता है। पिछले साल न्यूयॉर्क के मेयर एरिक एडम्स ने 2023 से न्यूयॉर्क सिटी में स्थित स्कूलों में दिवाली के दिन सार्वजनिक छुट्टी की घोषणा की थी। यहां ईद पर भी छुट्टी रहती है। बता दें कि दिवाली का त्योहार सिर्फ भारत के ही नहीं, बल्कि दुनियाभर में बसे हिंदू, सिख, बौद्ध और जैन लोग हंसी-खुशी के साथ मनाते हैं। भारत के अलावा भी कई देशों में दिवाली पर आतिशबाजी की जाती है। मलेशिया : यहाँ सरकारी छुट्टियों वाली लिस्ट में दिवाली भी शामिल है। वहां इसे हरी दिवाली कहा जाता है, इस अवसर पर ऑयल बाथ का चलन है। मॉरीशस में हिंदू आबादी को देखते हुए दिवाली पर सरकारी छुट्टी का प्रावधान है। इस द्वीप पर दीपावली के खास अवसर पर लैंप जलाए जाते हैं और घरों को भी सजाया जाता है। नेपाल : यहाँ दिवाली को तिहार या स्वन्ति कहा जाता है। वहां इस पर्व को 5 दिनों तक मनाया जाता है। हालांकि वहां इसका राष्ट्रीय अवकाश नहीं होता है।

एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी : संकलनकर्ता, लेखक, कवि, स्तंभकार, चिंतक, कानून लेखक, कर विशेषज्ञ

अतः अगर हम उपरोक्त पूरे विवरण का अध्ययन कर इसका विश्लेषण करें तो हम पाएंगे कि पूरा विश्व दीपावली की रोशनी व दियों की जगमगाहट से सराबोर होगा। पूरी दुनिया में बसे मूल भारतीय दियों की जगमगाहट व आतिशबाजी कर भारतमय में सराबोर होते हैं। दीपावली के त्यौहार पर अमेरिका, सिंगापुर, मॉरीशस, मलेशिया सहित अनेक देशों में सरकारी छुट्टी घोषित है, जो इस पर्व को भव्यता प्रदान करती है।

(स्पष्टीकरण : इस आलेख में दिए गए विचार लेखक के हैं और इसे ज्यों का त्यों प्रस्तुत किया गया है।)

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