कोलकाता। केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल से जब्त की गईं चार हार्ड डिस्क को जांच के लिए चंडीगढ़ की केंद्रीय फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (CFSL) भेज दिया है।
सीबीआई आरजी कर मेडिकल कॉलेज में वित्तीय अनियमितताओं की जांच कर रही है।
सूत्रों के अनुसार, सीबीआई अधिकारियों को लगता है कि मामले से संबंधित महत्वपूर्ण डेटा हार्ड डिस्क से डिलीट कर दिया गया है। इसलिए हार्ड डिस्क को सीएफएसएल भेजा गया है ताकि डिलीट किए गए डेटा को फिर से प्राप्त किया जा सके।
सीबीआई ने कोलकाता की एक विशेष अदालत से मंजूरी मिलने के बाद इन हार्ड डिस्क को सीएफएसएल भेजा है। सूत्रों ने बताया कि जांच अधिकारियों का मानना है कि वित्तीय मामलों से संबंधित महत्वपूर्ण डेटा के अलावा हार्ड डिस्क से आरजी कर परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरों की डिलीट की गई फुटेज भी मिल सकती है।
सीबीआई अधिकारी पहले से ही आरजी कर के पूर्व विवादास्पद प्रिंसिपल संदीप घोष और ताला पुलिस स्टेशन के पूर्व एसएचओ अभिजीत मंडल के मोबाइल फोन से डिलीट किए गए डेटा को फिर से प्राप्त करने की प्रक्रिया में हैं।
सूत्रों के अनुसार, जांच अधिकारियों का मानना है कि एक बार दोनों मोबाइल फोन और चार हार्ड डिस्क से डिलीट किया गया डाटा वापस मिल जाए तो घोष और मंडल के खिलाफ मामला मजबूत बनाने के लिए पर्याप्त सबूत उपलब्ध हो जाएंगे।
सूत्रों के अनुसार, घोष और मंडल के बीच की सभी बातचीत उनके मोबाइल डिवाइस में ऑटो-कॉल रिकॉर्डिंग मोड के कारण रिकॉर्ड हो गई थी, लेकिन दोनों ने जानबूझकर इन रिकॉर्डिंग को डिलीट कर दिया था।
संदीप घोष और अभिजीत मंडल के खिलाफ मुख्य आरोप हैं कि उन्होंने कोलकाता हाईकोर्ट से जांच का प्रभार सीबीआई को सौंपे जाने से पहले कोलकाता पुलिस द्वारा की गई प्रारंभिक जांच को गुमराह किया और 9 अगस्त को पीड़िता का शव बरामद होने के बाद सबूतों से छेड़छाड़ की थी।
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