Cyclonic storm 'Remal' caused devastation in many parts of Bengal

दक्षिण बंगाल में मंडरा रहा चक्रवात का खतरा, मछुआरों के समुद्र में जाने पर रोक

काकद्वीप। काली पूजा से पहले दक्षिण बंगाल और तटीय जिलों में चक्रवात की आशंका को भांपते हुए प्रशासन ने मछुआरों को समुद्र में जाने पर रोक लगाते हुए सतर्कता जारी कर दी है।

अलीपुर मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक, चक्रवात के कारण 22-24 अक्टूबर को दक्षिण बंगाल के जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश होगी। साथ ही 50-60 किमी की रफ्तार से हवा चलेगी।

इसी वजह से दक्षिण 24 परगना जिला प्रशासन ने इन तीन दिनों के लिए मछुआरों के गहरे समुद्र में जाने पर प्रतिबंध लगा दिया है।

निर्देश के अनुसार, जो ट्रॉलर पहले ही मछली पकड़ने के लिए समुद्र में जा चुके हैं, उन्हें 21 अक्टूबर तक तट पर लौटना होगा। पहले ही वायरलेस के जरिए समुद्र में मछुआरों को तट पर लौटने का संदेश भेज दिया है।

 जहां 22-24 अक्टूबर को मछुआरों के गहरे समुद्र में जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है, वहीं प्रशासन ने तटीय इलाकों के निवासियों को भी चेतावनी दी है।

यहां तक ​​कि तटीय इलाकों के गांवों में भी बाढ़ आने की आशंका है प्रशासन की ओर से सुबह से ही माइकिंग शुरू कर दी गई है। सिंचाई विभाग की ओर से जिले के मछुआरा संगठनों को विशेष दिशा-निर्देश दिए गए हैं।

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