कोलकाता : बंगाल में छठ पूजा साल दर साल भव्य रूप लेती जा रही है। भारी तादाद में श्रद्धालु छठ पूजा का आयोजन करते हैं। केवल यूपी, बिहार, झारखंड ही नहीं बल्कि बंगाल में भी काफी बड़े पैमाने पर छठ पूजा मनायी जाती है। छठ करने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है। ऐसे में प्रशासन हर तरह से तैयारियां कर लेना चाहता है।
छठ पूजा के लिए एक महीना से भी कम समय बच गया है। प्रशासन अपनी तैयारियां भी शुरू करने जा रहा है। खासकर छठ घाटों की स्थिति पर फाेकस किया जा रहा है। कौन से घाट किस हाल में है, कहां मरम्मत की आवश्यकता है।
कहां नये घाट के स्थायी रूप से निर्माण की जरूरत है, इन सभी के लिए जल्द ही काम होने जा रहा है। नगर निगम व पालिकाओं व केएमडीए की तरफ से घाटों से लेकर घाटों तक जाने वाले रास्तों पर भी विशेष फोकस किया जाता है।
केएमडीए सूत्रों के मुताबिक इस बार भी कई घाटों का स्थायी रूप से निर्माण किया जाएगा। कई पक्के घाट बनेंगे। केएमडीए की तरफ से छठ घाटों की स्थिति का जायजा लेने के लिए अधिकारियों काे निर्देश दिया गया है।
कोलकाता नगर निगम की तरफ से भी तैयारियां शुरू कर दी गयी हैं। जैसा कि हर साल ही रवींद्र सरोवर आैर सुभाष सरोवर में हर साल ही छठ पूजा की मनाही होती है, ऐसे में केएमडीए व केएमसी छठ व्रतियों के लिए अधिक से अधिक घाट तैयार करेगा।
महापर्व छठ पूजा की शुरुआत 5 नवंबर से : आस्था का चार दिवसीय महापर्व छठ इस बार 5 नवंबर से शुरू हो रहा है। 5 नवंबर को नहाय खाय से चार दिवसीय महापर्व छठ की शुरुआत हो जायेगी। छठ व्रती नदी तालाब आदि में जाकर स्नान करके घर आकर खाना तैयार करेंगे।
दूसरे दिन 6 नवंबर को खरना है। तीसरे दिन शाम को अस्ताचलगामी सूर्य को नदी या तालाब व जलाशय में छठ व्रती अर्घ्य देंगी। चौथे दिन उगते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जायेगा। इसके बाद व्रत का पारण होगा।
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