कोलकाता : “नवान्न अभियान” में कामरेडों ने दिखाया दम, पुलिस संग संघर्ष में सैकड़ों जख्मी

कोलकाता : वाममोर्चा के छात्र व युवा संगठनों के नबान्न अभियान के दौरान गुरुवार दोपहर कोलकाता का धर्मतल्ला इलाका रणक्षेत्र में तब्दील हो गया। राज्य सचिवालय पहुंचने में बाधा दिए जाने पर वामपंथी पुलिस से भिड़ गए। उन्होंने पुलिस पर ईंटों की बारिश शुरू कर दी। जवाब में पुलिस की ओर से पहले आंसू गैस के गोले दागे गए, फिर पानी की बौछार करके उन्हें रोकने की कोशिश की गई। इससे प्रदर्शनकारी और उग्र हो उठे। हालात को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा, जिसमें वामो समर्थकों व पुलिसकर्मियों समेत करीब 100 लोग घायल हो गए। सभी को अस्पताल ले जाया गया है। घायलों में एक डीसीपी भी शामिल हैं।

अपनी विभिन्न मांगों को लेकर वामो के 10 युवा व छात्र संगठन जुलूस निकालकर गुरुवार को नबान्न का रूख कर रहे थे। उन्हें रोकने के लिए धर्मतल्ला के डोरिना क्रांसिंग के पास एसएन बनर्जी रोड के मुहाने पर पुलिस की तरफ से द्विस्तरीय बैरीकेडिंग की गई थी। जुलूस के वहां पहुंचने पर पुलिस ने उसे रोक दिया तो जुलूस में से कुछ लोगों ने उनपर ईंट-पत्थर फेंकने शुरू कर दिए। इसके बाद हालात तेजी से बिगडऩे शुरू हुए। प्रदर्शनकारी बैरीकेड तोडऩे की कोशिश करने लगे। उन्हें रोकने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और उनपर वाटर कैनन से पानी की बौछार की। इससे प्रदर्शनकारी और उग्र हो उठे। इसके बाद पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा।

जंगल महल के कामरेडों ने भी उपस्थिति दर्ज कराई :  छात्रों की विभिन्न समस्याओं खासकर बेरोजगारी दूर करने के मुद्दे पर गुरुवार को ११ वामपंथी छात्र व युवा संगठनों ने इस अभियान का आह्वान किया था । इसे लेकर जंगल महल में पिछले कई दिनों से प्रचार अभियान चलाया जा रहा था । पथसभा और बाइक रैलियों पर विशेष जोर दिया जा रहा था । गुरुवार के अभियान में उपस्थिति दर्ज कराने वालों में आल इंडिया यूथ फेडरेशन की पश्चिम मेदिनीपुर जिला समिति के सचिव वासुराय गांगुली , खड़गपुर अध्यक्ष सौरभ दास तथा संजय मद्रासी , अजीत पासवान व अजय दे आदि शामिल रहे । संगठनों की ओर से कहा गया कि वामपंथी जल्द ही वापसी करेंगे । क्योंकि जनता टीएमसी व भाजपा दोनों से परेशान हो चुकी है । मांगें न माने पर व्यापक आंदोलन छेड़ा जाएगा। वामो के नबान्न अभियान के मद्देनजर कोलकाता की सड़कों पर चार हजार पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई थी। रैफ को भी उतारा गया था। बड़ी संख्या में महिला पुलिसकर्मी भी तैनात की गई थीं।

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