परशुराम सेना पश्चिम बंगाल प्रदेश की बैठक संपन्न

कोलकाता। परशुराम सेना पश्चिम बंगाल प्रदेश के तत्वावधान में आज कोलकाता महानगर में एक विशेष बैठक किया गया। जिसमें कई सामाजिक संस्था के वरिष्ठ पदाधिकारी गण उपस्थित रहे। परशुराम सेना पश्चिम बंगाल प्रदेश के उपाध्यक्ष संतोष तिवारी ने आंध्र प्रदेश के तिरुपति मंदिर के प्रसाद में पशुओं की चर्बी और मछली का तेल पाए जाने को गंभीरता से लिया और इसे लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी है।

उन्होंने बताया कि यह श्रद्धालुओं की आस्था के साथ खिलवाड़ और मंदिरों की प्रतिष्ठा को धूमिल करने का कुत्सित प्रयास है। ऐसा करने वालों को चिह्नित करने और उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित करने की मांग की है।

वही परशुराम सेना पश्चिम बंगाल प्रदेश के चेयरमैन व दमदम बालाजी मंदिर के वरिष्ठ पुजारी सचिन त्रिपाठी ने कहा हमारे लिए सभी धर्मो का सम्मान करना हम सब के लिए सबसे बड़ी पुजा है पर जिस तरह से तिरुपति बालाजी मंदिर में प्रसाद में मछली व अन्य जीव का तेल का इस्तेमाल किया गया है उसका सीबीआई जांच हो और जो भी दोषी हो उसे कानून के तहत सजा मिले, जिससे और किसी भी मंदिर में ऐसा महापाप दुबारा न हो।

संस्था के वरिष्ठ पदाधिकारी बी.एन. पाठक, बबिता पाठक, सुजाता पाण्डेय, आनंद राय, चन्द्र देव चौधरी व अन्य सभी ने शासन, प्रशासन के साथ सभी मंदिर के ट्रस्ट के पदाधिकारीगण व सभी सामाजिक संस्था ऐसे लोगों को चिंहित करने में प्रशासन का सहयोग करें ताकि कानून उन्हें कठोर सजा दे सके।

परशुराम सेना पश्चिम बंगाल प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष सुनील शुक्ल ने कहा, सभी भारतीय को हर धर्म का सम्मान करना चाहिए और किसी को भी किसी धर्म को दूषित करने का महापाप करने का कोई अधिकार नहीं है। इसलिए राज्य सरकार व केन्द्र सरकार को इस विषय को गंभीरता से लेना होगा और अति शीघ्र जांच कर के इसके दोषियों पर कठोर करवाई करे। यही परशुराम सेना पश्चिम बंगाल प्रदेश की शासन और प्रशासन से मांग है।

ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे कोलकाता हिन्दी न्यूज चैनल पेज को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। एक्स (ट्विटर) पर @hindi_kolkata नाम से सर्च करफॉलो करें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

seventeen − 7 =