भारतवंशी कमला हैरिस व डोनाल्ड ट्रंप के बीच प्रेसिडेंशियल डिबेट का धुआंधार आगाज

अमेरिकी राष्ट्रपति पद के दो उम्मीदवारों के बीच चुनाव की दूसरी लाइव डिबेट पूरी दुनियां ने देखी
अमेरिका के प्रेसीडेंशियल डिबेट में कैंडिडेट के प्रदर्शन जवाबों की टाइमिंग एक्यूरेसी, बॉडी लैंग्वेज पर जनता के रिएक्शन से हार जीत का अनुमानत लगानें में मददगार-एड. के.एस. भावनानी

एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी, गोंदिया, महाराष्ट्र। वैश्विक स्तर पर दुनियां के सबसे पुराने लोकतंत्र अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव 5 नवंबर 2024 पर पूरी दुनियां की नजर लगी हुई है, क्योंकि ऐसा कहा जाता है कि दुनियां की दिशा व दशा दोनों तय करने में अमेरिकी राष्ट्रपति का महत्वपूर्ण योगदान होता है, इसलिए यह जरूरी हो जाता है कि सर्वगुण संपन्न व्यक्ति इस पद पर बैठे, इसके लिए अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के अनेक नियम, विनियम व प्रक्रिया होती है, जिसमें उम्मीदवारों के बीच तीन बार प्रेसिडेंशियल डिबेट का लाइव प्रसारण होता है ताकि हर मतदाता इसे देखकर सोच समझकर अपने मत का प्रयोग करें। 5 नवंबर 2024 को होने वाले चुनाव में पहली डिबेट 28 जून 2024 को बाइडेन व ट्रंप के बीच हुई थी, जिसमें बाइडेन कमजोर साबित हुए थे संभवतः इसलिए ही उपराष्ट्रपति व भारतवंशी कमला हैरिस को डेमोक्रेटिक पार्टी ने आगे किया जो प्रक्रिया की दूसरी व अपनी पहली डिबेट में भारतीय समय अनुसार 11 सितंबर 2024 को सुबह 6:30 से 8 तक लाइव 90 मिनट की डिबेट को संभवतः पूरी दुनियां ने देखा होगा? जो अमेरिकी समय के अनुसार 10 नवंबर 2024 को रात्रि 9 बजे थी जिसमें अनेक महत्वपूर्ण मुद्दों पर डिबेट हुई अब इस डिबेट के आधार पर हार जीत का फैसला करने के चार पैमाने हैं जिसका आंकलन शुरू हो गया है। यह चार पैमाने इस प्रकार हैं…

(1) न्यूज चैनल और पॉलिटिकल एक्सपर्ट डिबेट के बाद अपनी राय देते हैं। वे कैंडिडेट के प्रदर्शन, जवाबों की एक्यूरेसी और बॉडी लैंग्वेज से बताते हैं कि डिबेट कौन जीता।
(2) न्यूज चैनल और सर्वे एजेंसियां डिबेट के बाद ओपिनियन पोल कराती हैं, जिसमें दर्शकों की राय पूछी जाती है।
(3) सोशल मीडिया भी हार-जीत का फैसला करने में मददगार होता है। यहां पर जनता के रिएक्शन से भी पता चलता है कि किसका पलड़ा भारी रहा।
(4) इसके अलावा वोटिंग इंटेंशन सर्वे कराती हैं, जो उम्मीदवार ज्यादा लोगों का मन बदलता है, वही विजेता होता है। चूंकि भारतवंशी कमला हैरिस व डोनाल्ड ट्रंप के बीच प्रेसिडेंशियल डिबेट का धुआंधार आगाज हुआ, अमेरिकी राष्ट्रपति पद के दो उम्मीदवारों के चुनाव की दूसरी लाइव डिबेट पूरी दुनिया ने देखी, इसलिए आज हम मीडिया में उपलब्ध जानकारी के सहयोग से इस आर्टिकल के माध्यम से चर्चा करेंगे, अमेरिका में प्रेसिडेंशियल डिबेट में कैंडिडेट के प्रदर्शन, जवाबों की टाइमिंग एक्यूरेसी, बॉडी लैंग्वेज को देखकर जनता के रिएक्शन से हार जीत का फैसला करने में मददगार साबित होता है।

साथियों बात अगर भारतीय समय अनुसार दिनांक 11 सितंबर 2024 को सुबह 6:30 से 8 तक अमेरिकी प्रेसिडेंशियल डिबेट की करें तो, स्थानीय समयानुसार मंगलवार रात 9 बजे दूसरी प्रेसिडेंशियल डिबेट हुई पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और मौजूदा उपराष्ट्रपति और डेमोक्रेटिक की तरफ से नॉमिनी कमला हैरिस इस डिबेट में आमने-सामने हुए। भारत के समय के हिसाब से इसे बुधवार सुबह 6:30 बजे से 8 बजे तक संभवतः देखा दूसरी डिबेट का होस्ट एबीसी न्यूज मीडिया है। एबीसी फिलाडेल्फिया स्थित नेशनल कॉन्स्टिट्यूशनल सेंटर में यह डिबेट आयोजित हुआ है। एबीसी न्यूज के एंकर डेविड मुइर और लिन्से डेविस 90 मिनट की इस डिबेट के मॉडिरेटर, इसे एबीसी न्यूज लाइव, डिज्नी+ और हुलु चैनलों पर स्ट्रीम किया। इसके साथ ही सीएनएन सीबीएस और सीबीएस न्यूज 24/7 पर भी प्रेसिडेंशियल डिबेट की स्ट्रीमिंग की। पब्लिक रेडियो स्टेशनंस पर भी इसका पॉडकास्ट। पहली डिबेट को मीडिया नेटवर्क सीएनएन ने अटलांटा में होस्ट किया था। यह स्पष्ट नहीं है कि हैरिस और ट्रंप दूसरी बार बहस करेंगे या नहीं। क्योंकि अभी तक तीसरी डिबेट के लिए किसी एडिशनल डेट की अनाउंसमेंट नहीं हुई है।

साथियों बात अगर हम अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव 2024 के लिए नियम और योग्यताओं की करें तो, डिबेट में भाग (1) एबीसी पर 90 मिनट की ये बहस लाइव होगी। इस बहस के दौरान स्टूडियो में कोई ऑडिएंस नहीं होंगे। एबीसी न्यूज के एंकर डेविड मुइर और लिन्से डेविस मॉडरेटर होंगे, जो ट्रंप-हैरिस से सवाल करेंगे
(2) पोडियम प्लेंसिग और ऑर्डर ऑफ क्लोजिंग स्टेटमेंट के लिए 3 सितंबर को वर्चुअली टॉस हुआ था।ट्रंप ने टॉस जीता और उन्होंने ऑर्डर ऑफ स्टेटमेंट का ऑप्शन चुना। कमला हैरिस ने पोडियम के राइट साइड पर खड़े होने का ऑप्शन चुना हैं। स्क्रीन पर वो लेफ्ट साइड दिखेंगी।

(3) मॉडरेटर कैंडिडेट्स का परिचय कराएंगे। स्टेज के ओपोजिट साइड से ट्रंप और हैरिस एंट्री लेंगे। मौजूदा सत्ताधारी पार्टी के कैंडिडेट को पहले बुलाया जाएगा, यानी कमला हैरिस स्टेज पर पहले एंट्री करेंगी।
(4) इस दौरान कोई ओपेनिंग स्टेटमेंट नहीं होगी। क्लोजिंग स्टेटमेंट के लिए भी हर कैंडिडेट को सिर्फ 2 मिनट मिलेंगे।दोनों लीडर खड़े होकर ये डिबेट करेंगे। इस दौरान वो अपने साथ नोट्स लेकर नहीं जा सकते।
(5) प्रेसिडेंशियल डिबेट के लिए किसी भी कैंडिडेट को पहले से कोई क्वेश्चन नहीं दिया जाएगा। उन्हें पोडियम पर ही एक पेन, एक पेपर और पानी की बोतल दी जाएगी।

(6) हर कैंडिडेट को सवाल का जवाब देने के लिए 2 मिनट मिलेंगे। किसी बात या आरोप पर सफाई देने या प्रतिक्रिया देने के लिए कोई एक्स्ट्रा टाइम नहीं मिलेगा।
(7) जब ट्रंप बोल रहे होंगे, तब कमला हैरिस के पोडियम का माइक्रोफोन ऑफ कर दिया जाएगा। जब कमला हैरिस की बारी आएगी, तब ट्रंप के साइड का माइक्रोफोन बंद रहेगा। दोनों नेताओं ने ही इस पर सहमति जताई है। डिबेट के दौरान कैंडिडेट एक-दूसरे से सवाल नहीं कर पाएंगे।

(8) कमर्शियल ब्रेक्स के दौरान डोनाल्ड ट्रंप या कमला हैरिस के कैंपेन स्टाफ उनसे किसी भी तरह की कोई बात नहीं करेंगे। एक मॉडरेटर ये सुनिश्चित करेंगे कि एक शालीन बहस हो।
(9) फर्स्ट प्रेसिडेंशियल डिबेट में जर्नलिस्ट पैनल और ऑडिएंस भी होते थे, लेकिन डिस्टर्बेंस की वजह से पैनल और ऑडिएंस हटा दिए गए।

प्रेसिडेंशियल डिबेट के लिए क्या हैं योग्यताएं?
(1) प्रेसिडेंशियल डिबेट में भाग लेने के लिए कैंडिडेट को अमेरिका के संविधान के आर्टिकल II और सेक्शन I के तहत आने वाली सभी योग्यताएं पूरी करनी होंगी।
(2) कैंडिडेट को फेडरल इलेक्शन कमीशन में अपनी उम्मीदवारी का स्टेटमेंट फाइल करना होगा। प्रेसिडेंशियल डिबेट में हिस्सा लेने के लिए किसी कैंडिडेट को 4 स्वीकृत राष्ट्रीय चुनावों में कम से कम 15 प्रतिशत समर्थन हासिल करना होता है।
(3) इसके साथ ही इलेक्टोरल कॉलेज में 270 वोट जीतने में सक्षम होने के लिए पर्याप्त राज्यों में समर्थन मिलना जरूरी होता है।
(4) कैंडिडेट्स को डिबेट ऑर्गनाइज करने वाले मीडिया की शर्तें और डिबेट के फॉर्मेट पर सहमति देनी होगी।

साथियों बात अगर हम संभावित मुद्दों पर चर्चा की करें तो, हालांकि एबीसी ने सेकंड प्रेसिडेंशियल डिबेट के लिए सवालों की लिस्ट जारी नहीं की थी लेकिन संभवत इंटरनेशनल मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, कमला हैरिस और डोनाल्ड ट्रंप के बीच बहस में कई मुद्दे हावी, दोनों कैंडिडेट के बीच इकोनॉमी, इमिग्रेशन, एबॉर्शन लॉ, 2020 के चुनाव में अपनी हार स्वीकार करने से ट्रंप के इनकार, फॉरिन पॉलिसी पर बहस, इसके साथ ही इजरायल गाजा युद्ध और रूस-यूक्रेन जंग को लेकर भी चर्चा संभव।अल जज़ीरा की रिपोर्ट के मुताबिक डोनाल्ड ट्रंप का कैंपेन बढ़ती महंगाई को कम करने और इमिग्रेशन पॉलिसी पर जोर देने की उम्मीद करेगा। इन मुद्दों पर कमला हैरिस कमजोर हैं। जबकि हैरिस कैंपेन के लिए ट्रंप के कार्यालय में लिए गए फैसलों, एबॉर्शन लॉ पर बहस।

साथियों बात अगर हम अमेरिकी प्रेसिडेंशियल डिबेट को समझने की करें तो, अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव से पहले उम्मीदवारों के बीच अहम मुद्दों पर बहस कराई जाती है। इसके आधार पर वोटर्स उम्मीदवारों को लेकर अपनी राय बनाते हैं। इसे ही प्रेसिडेंशियल डिबेट कहा जाता है इलेक्शन से पहले ऐसी दो डिबेट कराई जाती है। पहली प्रेसिडेंशियल डिबेट डेमोक्रेटिक पार्टी के जॉन एफ कैनेडी और रिपब्लिकन पार्टी के रिचर्ड निक्सन के बीच हुई थी। 1960 के चुनाव में निक्सन हार गए। कैनेडी राष्ट्रपति बने थे। इससे पहले 28 जून को पहली प्रेसिडेंशियल डिबेट हुई थी।

पहली डिबेट में जो बाइडेन और डोनाल्ड ट्रंप आमने-सामने थे। डिबेट में शुरुआत से ही ट्रंप भारी पड़ते दिखे थे। आखिरकार ट्रंप को पहली प्रेसिडेंशियल डिबेट का विनर घोषित किया गया था। उसके बाद से काफी कुछ चीजें बदल गई हैं। डोनाल्ड ट्रंप पर जानलेवा हमला हुआ। इस हमले में वो बाल-बाल बच गए थे। इसके बाद बढ़ती उम्र और बिगड़ती तबीयत का हवाला देते हुए जो बाइडेन ने प्रेसिडेंट इलेक्शन की रेस से अपना नाम वापस ले लिया, फिर डेमोक्रेटिक पार्टी की तरफ से कमला हैरिस का नाम आगे बढ़ाया गया। तब से हैरिस ने राज्य चुनावों में बाइडेन की हार की भरपाई कर ली है। अब वह ट्रंप के साथ करीब-करीब बराबरी पर हैं। अब मंगलवार को कमला हैरिस और डोनाल्ड ट्रंप एक प्लेटफॉर्म पर डिबेट करेंगे।

साथियों बात अगर हम अमेरिकी भविष्यवक्ता की भविष्यवाणी की करें तो, एलन लिक्टमैन ने एक वीडियो जारी कर कहा कि अभी तक मैं जितना देख और समझ पाया हूं उसके मुताबिक आगामी राष्ट्रपति चुनाव में कमला हैरिस की जीत तय लग रही है। न्यूयॉर्क के लिए जारी किए एक वीडियो में उन्होंने अपने कीज टू द वाइट हाउस में कहा कि अभी तक जो समझ आ रहा है उसके मुताबिक कमला हैरिस के फेवर में आठ की प्वाइंट्स हैं। जबकि डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ पांच चीजें जाती दिख रही हैं।

एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी : संकलनकर्ता, लेखक, कवि, स्तंभकार, चिंतक, कानून लेखक, कर विशेषज्ञ

अतः अगर हम उपरोक्त पूरे विवरण का अध्ययन कर इसका विश्लेषण करें तो हम पाएंगे कि भारतवंशी कमला हैरिस व डोनाल्ड ट्रंप के बीच प्रेसिडेंशियल डिबेट का धुआंधार आगाज। अमेरिकी राष्ट्रपति पद के दो उम्मीदवारों के चुनाव की दूसरी लाइव डिबेट पूरी दुनियां ने देखी अमेरिका के प्रेसीडेंशियल डिबेट में कैंडिडेट के प्रदर्शन जवाबों की टाइमिंग एक्यूरेसी, बॉडी लैंग्वेज पर जनता के रिएक्शन से हार जीत का अनुमानत लगानें में मददगार होगी।

(स्पष्टीकरण : इस आलेख में दिए गए विचार लेखक के हैं और इसे ज्यों का त्यों प्रस्तुत किया गया है।)

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