शिक्षक दिवस पर विशेष : जिन्दगी से बड़ा कोई शिक्षक नहीं

अशोक वर्मा “हमदर्द”, कोलकाता। शिक्षक दिवस एक ऐसा अवसर है जब हम उन सभी व्यक्तियों का सम्मान करते हैं जिन्होंने हमें सिखाया और हमारे जीवन को बेहतर बनाया। परंतु यह सोचना महत्वपूर्ण है कि शिक्षक सिर्फ कक्षा के भीतर ही नहीं होते, बल्कि जीवन के हर मोड़ पर हमें शिक्षा देने वाले कई लोग होते हैं। शिक्षक वह नहीं होता जो सिर्फ हमें किताबों से ज्ञान देता है, बल्कि हर वह व्यक्ति, हर परिस्थिति और यहां तक कि स्वयं जीवन भी शिक्षक होता है।

जीवन का हर क्षण, हर अनुभव, हर चुनौती हमें कुछ न कुछ सिखाती है। जब हम अपने जीवन की यात्रा पर निकलते हैं, तो न केवल हमारे शैक्षणिक शिक्षक, बल्कि हमारे माता-पिता, मित्र, सहकर्मी और यहां तक कि अजनबी लोग भी हमें सिखाते हैं। वे हमें धैर्य, प्रेम, सहयोग, संघर्ष और सहानुभूति की शिक्षा देते हैं। माता-पिता हमारे पहले शिक्षक होते हैं, जो हमें सही और गलत का भेद सिखाते हैं।

परंतु इन सबसे ऊपर, जीवन स्वयं एक महान शिक्षक है। जीवन हमें धैर्य सिखाता है, जब हम कठिनाइयों का सामना करते हैं और समाधान की खोज में लगे रहते हैं। यह हमें सहनशीलता सिखाता है जब हम अपने प्रियजनों से दूर होते हैं या किसी व्यक्तिगत संघर्ष में होते हैं। कभी-कभी जीवन हमें हार का सामना कराता है ताकि हम सफलता का असली मूल्य समझ सकें।

ज़िन्दगी के शिक्षक कठोर होते हैं, क्योंकि वे किसी विशेष पाठ्यक्रम या किताब का अनुसरण नहीं करते। वे हमें तब सिखाते हैं जब हम अपनी सबसे कमजोर स्थिति में होते हैं। जीवन हमें वास्तविकता का सामना कराता है और वह पाठ कभी-कभी अत्यंत कठिन हो सकता है। लेकिन यही अनुभव हमें मजबूत बनाते हैं, और हमें सिखाते हैं कि असफलता और निराशा भी हमारे शिक्षक हो सकते हैं।

जब हम स्कूल या कॉलेज की चारदीवारी के बाहर निकलते हैं, तो हम समझते हैं कि असली परीक्षा ज़िन्दगी में है। चाहे वह नौकरी की खोज हो, रिश्तों का प्रबंधन हो या जीवन के प्रति हमारी दृष्टि हो हर मोड़ पर ज़िन्दगी हमें कुछ न कुछ सिखाती रहती है। समय के साथ, हम सीखते हैं कि हारना भी जीतने का एक हिस्सा है और कि संघर्ष ही हमें सफलता की ओर ले जाता है।

शिक्षक दिवस पर यह महत्वपूर्ण है कि हम उन सभी लोगों को धन्यवाद दें जिन्होंने हमें किसी न किसी रूप में सिखाया है। चाहे वह हमारे शिक्षक हों, जिन्होंने हमें गणित, विज्ञान या साहित्य सिखाया या फिर जीवन के शिक्षक, जिन्होंने हमें धैर्य, सहनशीलता और संघर्ष की सीख दी।

जीवन का सबसे बड़ा पाठ यह है कि हम हमेशा सीखते रहते हैं। कोई भी इंसान परिपूर्ण नहीं होता और यह समझना जरूरी है कि गलती करना भी एक सीखने की प्रक्रिया का हिस्सा है। जीवन हमें यह सिखाता है कि कोई भी अनुभव व्यर्थ नहीं जाता। हर अनुभव, चाहे वह अच्छा हो या बुरा, हमें कुछ न कुछ सिखाता है।

शिक्षक दिवस सिर्फ शैक्षणिक शिक्षकों का सम्मान नहीं है, बल्कि यह उन सभी का सम्मान है, जो हमारे जीवन में किसी न किसी रूप में शिक्षक बने हैं। जीवन से बड़ा कोई शिक्षक नहीं होता, क्योंकि यह हमें हर दिन, हर क्षण कुछ नया सिखाता रहता है।

इसलिए शिक्षक दिवस पर आइए हम उन सभी को धन्यवाद दें, जिन्होंने हमारे जीवन को समृद्ध बनाया है। और सबसे अधिक, हम उस जीवन को धन्यवाद दें, जो हमारे सबसे बड़े शिक्षक के रूप में हमारे साथ हमेशा चलता है, हमें हर दिन कुछ नया सिखाता है और हमें एक बेहतर इंसान बनने के लिए प्रेरित करता है।

अशोक वर्मा “हमदर्द”, लेखक

शिक्षक दिवस हमें यह याद दिलाता है कि सिखने का कोई अंत नहीं होता। हम हर पल जीवन से कुछ नया सीखते हैं। जीवन का हर अनुभव, हर चुनौती और हर व्यक्ति हमें शिक्षा देता है। जब तक हम सीखने के लिए खुले होते हैं, तब तक जीवन हमें सिखाता रहेगा। इस शिक्षक दिवस पर, हम सभी शिक्षकों का धन्यवाद करें, और सबसे अधिक उस जीवन का जो हमारे सबसे बड़े शिक्षक के रूप में हमारे साथ है।

ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे कोलकाता हिन्दी न्यूज चैनल पेज को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। एक्स (ट्विटर) पर @hindi_kolkata नाम से सर्च करफॉलो करें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

one × 3 =