कोलकाता : केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव कोलकाता स्थित फेयरली प्लेस स्थित मुख्यालय में पश्चिम बंगाल में रेलवे के लिए बजटीय आवंटन पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में वीडियो लिंक के माध्यम से जुड़े। इस दौरान रेल मंत्री ने बताया कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के कार्यकाल के दौरान पश्चिम बंगाल को अभूतपूर्व बजट आवंटन मिल रहा है।
चालू वित्तीय वर्ष में, पश्चिम बंगाल को रेलवे के लिए 13,941 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं, जबकि 2009-2014 तक यूपीए सरकार के शासनकाल के दौरान औसत आवंटन केवल 4,380 करोड़ रुपये था। रेल मंत्री ने विस्तार से बताते हुए कहा है कि इस समय पश्चिम बंगाल में करीब 60 हजार करोड़ रुपये के निवेश वाली नई परियोजनाएं जारी हैं।
पश्चिम बंगाल में कुल 100 रेलवे स्टेशन ‘अमृत भारत स्टेशन योजना’ के तहत विकास की प्रक्रिया में हैं। फंड की कोई कमी नहीं होगी और जमीन उपलब्ध होने पर पश्चिम बंगाल में दोहरीकरण, नई लाइन, मेट्रो परियोजनाओं आदि जैसी परियोजनाओं के लिए पर्याप्त फंड आवंटित किया जाएगा।
रेल मंत्री ने संबंधित राज्य सरकार से सहकारी संघवाद के अनुरूप विभिन्न विकास परियोजनाओं के कार्यान्वयन के लिए रेलवे के साथ सहयोग करने का भी आग्रह किया।
पश्चिम बंगाल में रेलवे के माध्यम से विकास पहल के लिए 2014-24 के दौरान कमीशनिंग कार्य में 1,261 किमी नए ट्रैक, 1,576 किमी विद्युतीकरण, 443 रेल फ्लाईओवर और अंडर ब्रिज का निर्माण किया गया।
पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक मिलिंद के देउस्कर ने पश्चिम बंगाल में रेलवे की विभिन्न विकास पहलों के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि विभिन्न परियोजनाओं को पूरा करने के लिए भूमि अधिग्रहण की समस्या को हल करने के लिए राज्य सरकार से सहयोग की अपेक्षा की गई है।
मीडियाकर्मियों द्वारा पूर्व रेलवे पर कवच के कार्यान्वयन के बारे में पूछे जाने पर महाप्रबंधक ने बताया कि हावड़ा-प्रधानखांटा सेक्शन में 200 किमी तक का काम पूरा हो चुका है, बाकी बचा हुआ हिस्सा नवंबर 2024 तक पूरा होने की उम्मीद है।
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