कोलकाता। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने कहा कि पिछले चार दिनों में 4,300 से अधिक छात्रों ने बांग्लादेश से भारत में प्रवेश किया है, जिनमें एक कनाडाई और दो मालदीव के नागरिक शामिल हैं। बीएसएफ के पूर्वी कमान के एक अधिकारी ने बताया, शुक्रवार से 4,315 छात्रों ने भारत-बांग्लादेश सीमा (आईबीबी) को पार किया है और बीएसएफ द्वारा सहायता प्रदान की गई है।
इन छात्रों में 3,087 भारतीय, 41 बांग्लादेशी, 1118 नेपाली, 66 भूटानी, दो मालदीव के और एक कनाडाई नागरिक शामिल हैं। उन्होंने कहा कि इन छात्रों का चिकित्सकीय जांच की गई है और उन्हें भोजन भी उपलब्ध कराया गया है।
अधिकारी ने बताया, बांग्लादेश से आने वाले छात्रों और अन्य लोगों की सुविधाओं के लिए विशेष काउंटर भी स्थापित किए गए हैं। बीएसएफ द्वारा छात्रों को उनके निकटतम गंतव्यों तक पहुंचाने के लिए परिवहन सुविधा भी प्रदान की जा रही है।
पूर्वी कमान के एडीजी बीएसएफ रवि गांधी ने पड़ोसी बांग्लादेश में राष्ट्रव्यापी हिंसा के बाद आईबीबी (इंडिया बांग्लादेश बॉर्डर) के साथ ‘ऑपरेशन अलर्ट’ जारी किया है। बीएसएफ के अधिकारी ने कहा, आईबीबी के पार से किसी भी अवैध आव्रजन को रोकने के लिए सुरक्षा कड़ी कर दी गई है, साथ ही भारत और अन्य देशों के छात्रों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के लिए विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
बीएसएफ की पूर्वी कमान को पांच भारतीय राज्यों के 32 जिलों से गुजरने वाली आईबीबी की सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी गई है, जो 30 बांग्लादेशी जिलों से सटे हैं। आईबीबी 4096.7 किमी लंबी है, जिसमें 23 प्रतिशत नदी किनारे और बिना बाड़ वाली है। यह दुनिया की पांचवीं सबसे लंबी भूमि सीमा है।
अधिकारी ने कहा, हम बाकी एजेंसियों और बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) के साथ मिलकर आईबीबी के पार स्थिति पर बारीकी से निगरानी कर रहे हैं और छात्रों की सुरक्षित वापसी की सुविधा प्रदान कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि बीएसएफ ने एकीकृत चेक पोस्ट (आईसीपी) और भूमि सीमा शुल्क स्टेशन (एलसीएस) पर भोजन के पैकेट, परिवहन और स्वास्थ्य जांच के लिए सभी संचालन और प्रशासनिक व्यवस्था की है।
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