सिलीगुड़ी (न्यूज़ एशिया)। कूचबिहार से भाजपा उम्मीदवार और पूर्व केंद्रीय मंत्री निशीथ प्रामाणिक को हराने में जिलाधिकारी अरविंद मीणा का हाथ है। यह बात राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने बागडोगरा हवाई अड्डे पर उतरने के बाद कही।
उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव की गिनती में वे कूचबिहार सीट पर प्रामाणिक 18 राउंड की गिनती में आगे हो गए थे, लेकिन उन्नीस और बीस राउंड में वह हार गए। मामले का विरोध करने पर काउंटिंग एजेंटों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था।
सिलीगुड़ी पहुंचे भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा कि पश्चिम बंगाल लोकसभा वोटो की काउंटिंग में व्यापक स्तर धांधली हुई है। यह धांधली कूचबिहार से लेकर संदेशखाली और कैनिंग से लेकर डायमंड हार्बर तक हुई है, यह जनता की राय नहीं है।
उन्होंने कहा कि कूचबिहार में प्रामाणिक 18 राउंड तक आगे चल रहे थे लेकिन 19 और 20 वें राउंड में उनको हरा दिया गया। उन्होंने कहा कि 17 सी फॉर्म में ईवीएम का नंबर होता, लेकिन एक भी ईवीएम का नंबर मैच नहीं हुआ है। इससे साफ पता चलता है की गड़बड़ी हुई है।
उन्होंने बंगाल में जारी चुनावी हिंसा के संबंध में कहा कि तृणमूल जानती है कि बिना धांधली और लोगों को डराए चुनाव नहीं जी सकती, इसलिए उसके द्वारा हिंसा का सहारा लिया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि लोकसभा चुनाव में भले भाजपा को 22 या 21 सीटें नहीं मिली है, लेकिन कुल वोट प्रतिशत का 39% वोट बीजेपी को मिला है। 2 करोड़ 33 लाख मतदाताओं ने भाजपा को समर्थन दिया है। 19 विधानसभा में भाजपा लीड में है।
146 विधानसभा सीटों पर भाजपा का वोट प्रतिशत 40% से अधिक है। इससे साफ है कि जनता भाजपा के साथ है, लेकिन हिंसा की बल पर जनता को डराया जा रहा है।
राज्यपाल द्वारा मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पत्र लिखने के संबंध में कहा कि राज्यपाल को अपने संवैधानिक अधिकारों का प्रयोग करना चाहिए क्योंकि बंगाल में संविधान का ब्रेकडाउन हो चुका है।
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