तारकेश कुमार ओझा, खड़गपुर : अविभाजित मेदिनीपुर जिले में लोकसभा चुनाव का दिन जैसे-जैसे यह नजदीक आ रहा है, सभी पार्टियां अपना प्रचार अभियान बढ़ा रही हैं। पार्टी के स्टार प्रमोटर प्रचार करने आ रहे हैं। इस मामले में वामपंथी दल तृणमूल कांग्रेस या भाजपा से ज्यादा पीछे नहीं है।
समर्पित कैडरों के भरोसे वामपंथी अपना खोया आधार पानी की कोशिश जी – जान से जुटे हैं। सोमवार और मंगलवार को वामपंथियों ने बृंदा करात, सूर्यकांत मिश्र को जिले में लाकर प्रचार किया।
पश्चिम मेदिनीपुर के शालबनी में सीपीआईएम के नेतृत्व वाले कांग्रेस कार्यकर्ताओं की मौजूदगी में वामपंथियों ने जुलूस और रैली निकाली।
मुख्य रूप से झाड़ग्राम के सीपीआईएम प्रत्याशी सोनमणि मुर्मू टुडू और मेदिनीपुर के सीपीआई प्रत्याशी बिप्लब भट्ट के समर्थन में मार्च और रैली कार्यक्रम आयोजित किये गये।
वामपंथियों ने शालबनी में बड़ी संख्या में लोगों की मौजूदगी में रंगारंग जुलूस निकाला। इस दौरान बड़े पैमाने पर जुलूस और सभाओं से वाम खेमा स्वाभाविक रूप से उत्साहित दिखा।
जिले के वामपंथी नेतृत्व का दावा है कि लोग फिर से उनकी ओर रुख कर रहे हैं। अभियान के तहत सभी लोगों तक पहुंचने का प्रयास किया जा रहा है। वे काफी आशान्वित हैं कि जनता के सहयोग से इस चुनाव में अच्छे नतीजे मिल सकते हैं।
बैठक की शुरुआत में वाम कांग्रेस नेतृत्व के साथ दोनों उम्मीदवार और सीपीएम के केंद्रीय समिति सदस्य रॉबिन देव, पुलिनबिहारी बास्के जिला सचिव सुशांत घोष शामिल हुए।
बिप्लब भट्ट पिछली बार भी मेदिनीपुर लोकसभा से उम्मीदवार थे लेकिन इस बार झाड़ग्राम में सीपीएम का नया चेहरा सोनमणि टुडू हैं। पैड वुमन के नाम से मशहूर सोनमणि जंगलमहल में उन गरीब महिलाओं के साथ चुनाव प्रचार कर रही हैं जो इलाके में संघर्ष कर रही हैं।
इस सोनमणि ने पिछला पंचायत चुनाव सीपीएम के लिए ग्राम परिषद में खड़े होकर जीता था, अब वह पंचायत सदस्य हैं। पंचायत सदस्य से सीधे लोकसभा की लड़ाई में पार्टी उन पर भरोसा करना चाहती है।
शालबनी विधानसभा का एक हिस्सा मेदिनीपुर लोकसभा का है और दूसरा काफी हिस्सा झाड़ग्राम लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है। इसीलिए इन दोनों क्षेत्रों के दो प्रत्याशियों के समर्थन में आज की बैठक और मार्च निकाला गया।
माकपा पोलित ब्यूरो सदस्य बृंदा करात ने शिकायत की कि मोदी सरकार पिछले दस वर्षों से आदिवासियों के अधिकारों पर हमला कर रही है। लेकिन वामपंथियों को छोड़कर कोई भी इस सबके खिलाफ नहीं बोला।
उन्होंने यह भी कहा कि लोकसभा की 47 सीटें अब आरक्षित हैं। उनमें से किसी ने भी आज तक संसद में आवाज नहीं उठाई है, उन्होंने आदिवासी अधिकारों के लिए बोलते हुए सोनामणि के लिए प्रचार किया और कहा कि वे एक बहुत अच्छी उम्मीदवार हैं और संसद में जाकर आदिवासियों के अधिकारों की रक्षा के लिए आवाज उठाएंगी।
सोनमणि जैसी आदिवासी महिलाओं की संसद में जरूरत है। अन्य राज्यों के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा और तृणमूल कांग्रेस एक ही सिक्के के विपरीत पहलू पर हैं।
इसके अलावा, सीपीआई के राज्य सचिव स्वपन बनर्जी, सीपीआईएम पश्चिम मेदिनीपुर जिला सचिव सुशांत घोष और अन्य वामपंथी कांग्रेस नेताओं ने सभा में वक्तव्य रखा।
मेदिनीपुर लोकसभा क्षेत्र के लिए वाम मोर्चा द्वारा नामित जातीय कांग्रेस समर्थित उम्मीदवार बिप्लब भट्ट के समर्थन में मंगलवार सुबह नारायणगढ़ में एक भव्य मार्च और रैली आयोजित की गई।
जहां वरिष्ठ माकप नेता सूर्यकांत मिश्रा, स्वपन बनर्जी, सुशांत घोष, तापस सिन्हा, बिप्लब भट्ट, कांग्रेस नेता बुद्धदेव भट्टाचार्य, वाम नेतृत्व समिता दास, भास्कर दत्ता, मदन बोस, मुस्तफा बख्श आदि मौजूद थे।
घाटाल के राष्ट्रीय कांग्रेस समर्थित वाम उम्मीदवार तपन गांगुली के समर्थन में जुलूस व रैली निकाली गयी़, जहां सूर्यकांत मिश्र, स्वपन बनर्जी, तरूण रॉय, तापस सिन्हा, श्यामल घोष, अशोक सेन, अहमद अली, नियामत हुसैन, तपन गांगुली व अन्य ने भाषण दिये।
मेदिनीपुर लोकसभा क्षेत्र के लिए वाम मोर्चा द्वारा नामित जातीय कांग्रेस समर्थित उम्मीदवार बिप्लब भट्ट के समर्थन में मंगलवार सुबह नारायणगढ़ में एक भव्य मार्च और रैली आयोजित की गई।
जहां वाम नेतृत्व सूर्यकांत मिश्रा, स्वपन बनर्जी, सुशांत घोष, तापस सिन्हा, बिप्लब भट्ट, कांग्रेस नेता बुद्धदेव भट्टाचार्य, वाम नेतृत्व समिता दास, भास्कर दत्ता, मदन बोस, मुस्तफा बख्श आदि मौजूद थे।
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