कोलकाता। Coronavirus in Kolkata : बंगाल की राजधानी कोलकाता के अस्पतालों में भर्ती 10 कोविड मरीजों में से 9 को अब ऑक्सिजन सपोर्ट की जरूरत पड़ रही है। इसके चलते पिछले हफ्ते से शहर के अस्पतालों में ऑक्सिजन की मांग दोगुनी बनी हुई है। इससे पहले अस्पतालों को ऑक्सिजन की रिफिलिंग दो दिन में एक बार करनी पड़ती थी लेकिन कई अस्पतालों को अब दिन में दो बार अपना ऑक्सिजन टैंक भरवाना पड़ रहा है।
रोज फुल कराना पड़ रहा ऑक्सीजन टैंक :
नारायणा हेल्थ के जोनल डायरेक्टर (ईस्ट) आर. वेंकटेश ने बताया कि हमारी रोजाना की ऑक्सिजन खपत 3000 किलो से बढ़कर 6000 किलो के आसपास पहुंच गई है। आरएन टैगोर हॉस्पिटल में भर्ती 270 कोविड मरीजों में से 80 फीसदी को ऑक्सिजन सपोर्ट की जरूरत है। सौभाग्य से हमारा ऑक्सिजन ऑक्सिजन टैंक 11,000 लीटर की क्षमता वाला है। लेकिन आजकल हमें इसे रोजाना रिफिल कराना पड़ रहा है ताकि कोई अनहोनी न हो।
50 फीसदी से ज्यादा मरीज आईसीयू में भर्ती :
शहर के एक और कोविड केयर सेंटर रूबी जनरल हॉस्पिटल के जनरल मैनेजर (ऑपरेशंस) सुभासिष दत्ता ने बताया कि हमारे अस्पताल में ऑक्सिजन टैंक की क्षमता 3000 लीटर है। इसको रोजाना दिन में दो बार भरना पड़ता है। अस्पताल में भर्ती 170 कोरोना मरीज में से 50 फीसदी से ज्यादा आईसीयू में भर्ती हैं जिन्हें तेजी के साथ ऑक्सिजन सपोर्ट की जरूरत है। कई दूसरों मरीजों को भी ऑक्सीजन थैरेपी की जरूरत है। मार्च तक हम दो दिन में एक बार ऑक्सिजन टैंक फुल कराते थे लेकिन फिलहाल ऑक्सिजन की मांग काफी ज्यादा है।
ऑक्सीजन सप्लाई में कमी नहीं :
पीयरलेस हॉस्पिटल के सीईओ सुदीप्त मित्रा ने कहा, सामान्य स्थिति में उनके यहां एक दिन में ऑक्सिजन की खपत 1500 क्यूबिक मीटर है। अस्पताल में फिलहाल 170 कोरोना मरीजों का इलाज चल रहा है इसके चलते खपत दोगुनी हो गई है। हालांकि, मांग बढ़ने के बावजूद ऑक्सिजन की सप्लाई में कोई कमी नहीं है।