राज कुमार गुप्त : वर्तमान परिपेक्ष्य में कई प्रजाति के जीव जंतु एवं वनस्पति विलुप्त हो रहे हैं। विलुप्त होते जीव जंतु और वनस्पति की रक्षा का विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस पर संकल्प लेना ही आज “विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस” का मूल उद्देश्य है। जल, जंगल और जमीन, इन तीन तत्वों के बिना प्रकृति की कल्पना नहीं की जा सकती है। जंगल हैं तो वन्य जीव हैं। जल है तो जलीय जीवों का अस्तित्व है और उससे भी ज्यादा अहम हमारे जीवन का अस्तित्व है।
दुनिया में सबसे समृद्ध देश वही हुए हैं, जहां जल, जंगल और जमीन पर्याप्त मात्रा में हों। हमारा देश नदियों, जंगल और वन्य जीवों के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध है। प्रकृति बची रहेगी, तभी जीवन बचेगा। इसी के प्रति लोगों में जागरूकता के उद्देश्य से हर साल 28 जुलाई को विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस मनाया जाता है।
इस दिन सभी को प्रकृति को बचाने के लिए पौधें लगाने चाहिए, पेड़ों को बचाने चाहिए। कुआँ, तालाबों, नदियों को संरक्षित करने की कोशिश करनी चाहिए। जंगल और जंगली जीवों की बचानी चाहिए। हम सभी एक दूसरे के पूरक है किसी एक के बिना दूसरे की कल्पना भी नहीं की जा सकती अतः जब तक हम इन्हें नहीं बचाएंगे हमारा अस्तित्व भी संकट में रहेगा।
यह सभी अगर खत्म होते हैं तो मानव जाति भी खत्म हो जाएगी। इस कोरोना काल में हम सभी ने ऑक्सीजन संकट को झेला है। यह तो बस एक झलक है, आने वाले समय में और कुछ जगहों पर अभी से ही जल संकट भी मुंह बाए खड़ी है।
आज का दिन लोगों को पृथ्वी के प्राकृतिक संसाधनों को बचाने और संरक्षित करने के लिए प्रोत्साहित करता है जी कि मानव के दुरुपयोग के कारण तेजी से समाप्त हो रहे हैं, अतः अब हमें प्रतिदिन ही प्रकृति संरक्षण के क्षेत्र में काम करना होगा अर्थात इससे संबंधित छोटी से छोटी बातों पर भी ध्यान देना होगा। तभी हम अपनी खूबसूरत प्रकृति को आने वाले समय के लिए बचा कर रख पाएंगे।
- *अपने मकान और आसपास के क्षेत्रों में पौधे लगाएं।
- पेट्रोल और डीजल चालित मोटरसाइकिल और वाहनों का का प्रयोग कम से कम करें।
- धूम्रपान बंद करे
- प्लास्टिक से बनी चीज का उपयोग बन्द करे
- प्लास्टिक बैग का उपयोग ना करे।
- रिसायकल होने वाली वस्तुओं का इस्तमाल करे।
- रबर और प्लास्टिक जैसी चीजों को ना जलाये।
*बिना वजह प्राकृतिक संसाधनों का दोहन ना करें।
*वर्षा के जल का संरक्षण करें।
*पानी की बर्बादी को रोके।
*जंगली जानवरों, पशु-पक्षियों की हत्या न करें।
*जलीय जीवों को बचाये।
हमारी रोजमर्रा की जिंदगी में इस प्रकार के बहुत से ऐसे कार्य है जिसे करके हम सभी लोग प्रकृति को संरक्षित करने में अपनी भागीदारी निभा सकते हैं, और यह हम सभी लोगों की जिम्मेदारी भी है।