मालदा। मालदा जिले के चांचल पुलिस थाना अंतर्गत धनगरा ग्राम पंचायत, बालीघाट पुरवापाड़ा निवासी 23 वर्षीय मशरेकुल, की ओडिशा के बालासोर में अप करमंडल एक्सप्रेस दुर्घटना में मृत्यु हो गई। वह चेन्नई में काम करने के लिए जा रहा था। बीती रात हादसे की खबर लगते ही परिवार में कोहराम मच गया।
मशरेकुल की मौत की खबर सुबह-सुबह आई। घटना से परिवार व पूरे क्षेत्र में शोक छाया है। उसके परिवार में माता पिता के साथ ही पत्नी और 6 साल का बेटा और 1 साल की बेटी है। परिवार का एकमात्र कमाने वाला मशरेकुल था। उसकी असमय मौत से परिवार का भविष्य अंधेरे में डूब गया।
‘ट्रेन हादसे में घायल व मृतकों में प्रवासी मजदूरों की संख्या ही ज्यादा’-सृजन भट्टाचार्य
जलपाईगुड़ी। संगठन के जलपाईगुड़ी जिले के नेता तथा चाय बगान मजदूर परिवार के पुत्र प्रशांत खेरिया की दो दिन पूर्व असमय मौत हो गयी थी। एसएफआई के राज्य सचिव सृजन भट्टाचार्य शनिवार को मृत छात्र नेता के परिजनों से मिलने आये थे। उसके बाद शुक्रवार को ओडिशा में हुए भीषण ट्रेन हादसे में मृतकों व घायलों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए भारतीय छात्र संघ के प्रदेश सचिव सृजन भट्टाचार्य ने कहा कि देश की सरकार ने रेलवे में 80 हजार पदों को खारिज कर दिया है।
वंदे भारत के साथ हमारे लोगों को अंधेरे में रखना। 3 लाख रिक्त पदों पर नियुक्ति नहीं हो रही है। वहीं पश्चिम बंगाल में रोजगार और चिकित्सा सुविधाओं की कमी के कारण, भारी संख्या में राज्य के लोगों को दक्षिण भारत में चिकित्सा और मजदूरी करने पैसा के लिए जाना पड़ता है। कल की दुखद ट्रेन दुर्घटना में ऐसे यात्रियों की संख्या ही अधिक थी।
इसका एक कारण यह भी है कि इस राज्य में कोई आय के श्रोत नहीं है, श्रमिकों को मजदूरी नहीं मिलती, राज्य सरकार विकास का पैसा शराब और मांस पर खर्च करती है। हमने राज्य में अपने संगठन के सभी इकाइयों को रक्त और अन्य आवश्यक सामग्री के साथ पहले ही तैयार कर लिया है।