कोलकाता : तिरंगा काव्य मंच का 21वां मासिक ऑनलाइन कवि सम्मेलन एवं मुशायरा गत रविवार को नव साहित्य त्रिवेणी के सम्पादक डॉ. कुंवर वीर सिंह मार्तण्ड एवं बरेली के उस्ताद शायर विनय सागर जायसवाल की अध्यक्षता में की गई। मंच संचालन कमल पुरोहित अपरिचित, रीमा पाण्डेय एवं बरेली के ही ग़ज़लराज ने किया। चन्द्रिका प्रसाद पाण्डेय के सुमधुर सरस्वती वंदना से कार्यक्रम की शुरुआत हुई।
देश के कई प्रान्तों के कवि एवं शायर गण अनुरागी जी, अल्पना सिंह, दीपिका रूखमांगद, भावना प्रीतीश तायवड़े, सौदामिनी खरे, राज शुक्ल राज, पुनीता सिंह, डॉ. निर्मला शर्मा, रीमा पांडे, चंचल हरेंद्र वशिष्ट, सीमा सिंह, मोहन चतुर्वेदी, सुदामी यादव, प्रेम शर्मा, डॉ सुभाष चन्द्र शुक्ल, हीरा लाल जायसवाल, कमल पुरोहित अपरिचित, गजेन्द्र नाहटा, डॉ. कुंवर वीर सिंह मार्तण्ड, ग़ज़लराज, अलका मित्तल, पुकार गाजीपुरी, शैलेन्द्र मिश्रा देव, पथिक जौनपुरी, संतोष रज़ा, अंजुमन मंसूरी आरज़ू, डी.पी. लहरे ‘मौज’, अरूण कुमार दुबे, हीरा लाल यादव, शम्भू लाल जालान निराला, सरफ़राज़ हुसैन फ़राज़, यूनुस शेख़, नफ़ीस परवेज़, विनय सागर जायसवाल ने काव्य पाठ किया।
अलका मित्तल, अनुरागी जी, गजेन्द्र नाहटा ने कार्यक्रम को सफल बनाने में सक्रिय भूमिका निभाई। अपने अध्यक्षीय वक्तव्य में विनय साग़र जायसवाल ने कहा कि आज का मुशायरा व कवि सम्मेलन पिछले कार्यक्रमों की तरह शानदार रहा। सभी पदाधिकारियों की मेहनत खूब कामयाब हो रही है, सभी प्रतिभागियों ने शानदार कलाम पेश किये। धन्यवाद ज्ञापन संयोजक शम्भू लाल जालान निराला ने दिया।