वास्तु के अनुसार भंडार गृह से जुड़ी 18 महत्वपूर्ण बातें जो हर एक को जानना जरूरी

वाराणसी । वास्तु भंडारघर को स्टोर रूम कहते हैं। यह स्थान लगभग सभी घरों में होता है। घर में स्टोर रूम इसलिए बनाते हैं क्योंकि वहां पर भविष्य में काम आने वाली वस्तुओं का संग्रह होता है। जैसे राशन, अनाज, अन्य सामग्री और बेकार का सामान भी यहां रखते हैं। आइए जानते हैं स्टोर रूप में वास्तु नियम।

1. यदि किचन में भंडार घर या स्टोर रूम है तो यह पति-पत्नी के बीच कलह-कलेश और अत्यधिक खर्च पैदा करेगा। इसे शनि-मंगल योग कहते हैं। उन्हें कमाने में बहुत मेहनत करनी पड़ती है और सारी कमाई खर्च हो जाती है। भविष्य के लिए बचत नहीं हो पाती।

2. स्टोर रूम को कभी भी धन रखने वाले क्षेत्र यानी की उत्तर दिशा में भी नहीं बनाना चाहिए। यह करियर के विकास और धन के आगमन को बाधित करता हैं। साथ ही घर की महिला को गर्भधारण करने में दिक्कत आती है।

3. ईशान कोण में स्टोर रूम हो तो मुखिया घूमने फिरने में अधिक खर्च करता है। उसके माता पिता अधिक दान-पुण्य करने वाले होते हैं।

4. स्टोर रूप को पूर्व दिशा में बनाने या इस दिशा में उपरोक्त सामान रखने से सामाजिक रिश्तों में प्रगति नहीं होती यह उसे बाधित कर कटुता बढ़ाता है। घर का मुखिया आ‍जीविका के लिए यात्रा ही करता रहता है।

5. आग्नेय दिशा में रखने से धन की हानि होती है। आमदानी अठन्नी और खर्चा रुपय्या जैसे हालात होते हैं। घर में हैसियत से ज्यादा कीमती सामान आता है।

6. दक्षिण दिशा में स्टोर रूप रखने से सुरक्षा का भाव तो आता है परंतु परिवार के सदस्यों के बीच गलमफहमी के कारण आपसी मतभेद बढ़ जाते हैं।

7. नैऋत्य दिशा में रखने से अनाज आदि खाद्य सामग्री में जल्दी ही कीड़े लगने लगते हैं। घर के वृद्ध लोग शीत और गैस रोग से पीड़ीत हो जाते हैं। दवाईयों का खर्च बढ़ जाता है।

8. पश्चिम दिशा में स्टोर रूप बनाने से घर के युवा यात्रा से संबंधित कार्यक्षेत्र में या व्यापारिक सौदों से लाभ प्राप्त करते हैं। घर का मुखिया बुद्धिमान होता है, लेकिन उसके पराई स्त्री के आकर्षण में फंसने की संभावना रहती है।

9. वायव्य कोण में भंडारण या स्टोर रूम होने से आर्थिक स्थिति मजबूत होती है और व्यक्ति मान-सम्मान प्राप्त करता है। ऐसे घर का मुखिया यात्रा प्रेमी होता है। हालांकि मन में अशांति रहती है और किसी महिला के चक्कर में बदनामी होती है।

10. स्टोर रूम को अनियमित आकार का न बनवाएं। स्टोर रूम में नहीं सोना चाहिए। स्टोर रूम की दीवारों पर गहरा या चटक रंग नहीं होना चाहिए।

11. घर के हॉल के भीतर या उससे जुड़ा हुआ स्टोर रूम हो, तो उस घर के सदस्य अक्लमंद होते हैं। वे लेखक या व्यापारी होते हैं। वे बहुत ही सात्विक और महिलाओं से सहयोग सहयोग प्राप्त करने वाले होते हैं।

12. पूजा घर में, पूजाघर के एकदम सामने या उससे जुड़ा हुआ स्टोर रूम हो, तो उस घर का मुखिया ईमानदार और बुद्धिमान होता है। वह खूब पैसा कमाता है।

13. यदि घर के अगले भाग के दाएं हाथ की खिड़की वाले कमरे को स्टोर रूम बना रखा हो, तो उस घर के मुखिया का पिता या एक बेटा समाज के लोगों द्वारा पसंद किया जाता है, परंतु साथ ही वह आरामपरस्त और धीरे-धीरे काम करने वाला आदमी होता है। ऐसा आदमी सरकारी नौकर हो सकता है या सरकार से लाभ पा सकता है ।

14. बेडरूम से लगा, बेडरूम के रूप में उपयोग किए जाने वाला या यदि स्टोर रूम का रास्ता बेडरूम से होकर जाता हो तो ऐसे घर वाली की पत्नी भाग्यशाली होती है। ऐसे मुखिया की तरक्की शादी के बाद ही होती है।

15. मकान के अगले भाग के बाएं हाथ वाले रूप में प्रकाश मध्यम रहता हो और वहां घर का राशन रखा रहता हो, तो ऐसे घर-परिवार में गलतफहमी के कारण आपसी लड़ाई-झगड़े चलते रहते हैं।

16. स्टोर रूप में ही यदि गहने-कपड़े इत्यादि रखे जाएं, तो ऐसे घर के लोग पैसे उधार देने का काम करते हैं, कीमती और लग्ज़री आइटम या बड़े सौदों से पैसा कमाते हैं।

17. यदि स्टोर रूम अन्य कमरों से बड़ा हो और वहां अंधेरा रहता हो, तो उस घर का मुखिया गलत तरीके से धन कमाकर कई लोगों को अपना शत्रु बना लेता है।

18. स्टोर रूम किसी चढ़ाव के नीचे हो, संकरा हो, गलियारे में हो और उसके पास में बाथरूम या नाली तो यह दर्शाता है कि उस घर का मुखिया निश्चित ही कड़ी मेहनत करके ही धन कमाता है, परंतु वह अशांत और दु:खी रहता है।

पंडित मनोज कृष्ण शास्त्री

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जोतिर्विद वास्तु दैवज्ञ
पंडित मनोज कृष्ण शास्त्री
9993874848

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