नयी दिल्ली। टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीत कर इतिहास बनाने वाले भाला फेंक एथलीट नीरज चोपड़ा और रजत पदक जीतने वाले पहलवान रवि दहिया, ओलंपिक पदक विजेता मुक्केबाज लवलीना बोर्गोहेन, फुटबॉल कप्तान सुनील छेत्री, महिला क्रिकेटर मिताली राज, हॉकी गोलकीपर पीआर श्रीजेश समेत कुल 12 खिलाड़ियों को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शनिवार को राष्ट्रपति भवन के दरबार हॉल में आयोजित समारोह में देश के सर्वाेच्च खेल सम्मान खेल रत्न से सम्मानित किया जबकि 35 खिलाड़ियों को अर्जुन पुरस्कार दिए गए।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राष्ट्रपति भवन के दरबार हॉल में आयोजित विशेष समारोह में विजेताओं को पुरस्कृत किया। राष्ट्रीय खेल पुरस्कार समिति की सिफारिशों और पूरी छानबीन के बाद खेल मंत्रालय ने निम्नलिखित खिलाड़ियों, कोचों और अन्य हस्तियों को खेल पुरस्कार प्रदान करने का फैसला किया । राष्ट्रीय खेल पुरस्कार हर वर्ष हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद की जयंती पर 29 अगस्त को राष्ट्रीय खेल दिवस के मौके पर दिए जाते हैं, लेकिन इस बार 29 अगस्त के आसपास ओलंपिक और पैरालंपिक होने के कारण पुरस्कारों को देने में देरी हुई।
राष्ट्रीय खेल पुरस्कार समिति ने टोक्यो ओलंपिक में भारत के लिए स्वर्ण पदक जीतने वाले भाला फेंक एथलीट नीरज चोपड़ा समेत 12 खिलाड़ियों का नाम साल 2021 के मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार के लिए प्रस्तावित किया था। नीरज के अलावा वाले पहलवान रवि दहिया, ओलंपिक पदक विजेता मुक्केबाज लवलीना बोर्गोहेन, फुटबॉलर सुनील छेत्री, महिला क्रिकेटर मिताली राज, हॉकी खिलाड़ी पीआर श्रीजेश समेत कुल 12 खिलाड़ियों के नाम इस लिस्ट में शामिल हैं।
इनके अलावा टोक्यो पैरालंपिक में गोल्ड समेत दो पदक जीतकर इतिहास रचने वाली महिला पैरा निशानेबाज अवनी लेखरा समेत 35 खिलाड़ियों को अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया । इन 35 खिलाड़ियों में क्रिकेटर शिखर धवन का नाम भी शामिल है। पैरालंपिक खेलों का आयोजन इस साल 24 अगस्त से पांच सितंबर तक टोक्यो में हुआ। इस दौरान भारतीय एथलीटों ने ऐतिहासिक प्रदर्शन किया और पैरालंपिक इतिहास में सर्वाधिक 19 पदक जीते।