कोलकाता | 27 अक्टूबर 2025 — पश्चिम बंगाल सरकार ने विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) की संभावित शुरुआत से पहले 17 IAS अधिकारियों समेत कुल 64 प्रशासनिक अधिकारियों का तबादला कर दिया है। यह कदम चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस से ठीक पहले उठाया गया, जिससे राजनीतिक हलचल और अटकलें तेज हो गई हैं।
🔁 तबादलों की प्रमुख सूची
| जिला | पूर्व डीएम | नए डीएम / नई जिम्मेदारी |
|---|---|---|
| उत्तर 24 परगना | शरद कुमार द्विवेदी | शशांक सेठी |
| दक्षिण 24 परगना | सुमित गुप्ता | अरविंद कुमार मीणा |
| कूच बिहार | अरविंद कुमार मीणा | राजू मिश्रा |
| मुर्शिदाबाद | राजर्षि मित्रा | नीतिन सिंघानिया |
| मालदा | नीतिन सिंघानिया | प्रीति गोयल |
| दार्जिलिंग | प्रीति गोयल | — |
| पुरुलिया | रजत नंदा | पर्यटन विभाग निदेशक |
| बीरभूम | — | धवल जैन |
| पूर्व मिदनापुर | — | यूनिस ऋषिन इस्माइल |
- कुल तबादले: 10 डीएम, 24 एडीएम, 15 एसडीओ, 10 ओएसडी
🧭 SIR और चुनावी संदर्भ
- SIR (Special Intensive Revision) के तहत मतदाता सूची का गहन पुनरीक्षण किया जाना है
- 1 नवंबर से SIR शुरू होने की संभावना है
- आमतौर पर चुनाव आयोग के निर्देश के बाद ऐसे तबादले होते हैं, लेकिन इस बार पूर्व-घोषणा में ही बदलाव कर दिया गया
- राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह कदम पक्षपात के आरोपों से बचने और चुनाव आयोग की संभावित आपत्तियों को टालने के लिए उठाया गया है
🗣️ सियासी प्रतिक्रिया
- TMC ने अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया
- विपक्षी दलों ने इसे “चुनावी दबाव में लिया गया फैसला” बताया
- मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पहले ही SIR को “NRC का नया रूप” बता चुकी हैं
इस कदम के बाद राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि क्या सरकार ने यह फैसला किसी संभावित पक्षपात के आरोपों से बचने के लिए पहले ही उठा लिया। फिलहाल, बंगाल का नौकरशाही तंत्र इन तबादलों के बाद पूरी तरह नए समीकरण में दिख रहा है।
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