कोलकाता | 28 अक्टूबर 2025 — अगर ठंडा या गरम खाना खाते समय दांतों में चुभन या दर्द महसूस होता है, तो यह दांतों की सड़न (Tooth Decay) का शुरुआती संकेत हो सकता है। यह समस्या धीरे-धीरे बढ़ती है और अगर समय पर ध्यान न दिया जाए तो दांत की जड़ तक संक्रमण फैल सकता है।
📉 दांत सड़ने के प्रमुख कारण
- अत्यधिक मीठा खाना: मिठाई, चॉकलेट, सॉफ्ट ड्रिंक में मौजूद शक्कर मुंह में एसिड बनाती है
- दांतों की सफाई में लापरवाही: दिन में दो बार ब्रश न करना और फ्लॉसिंग न करना
- लार की कमी: पानी कम पीने या कुछ दवाइयों के कारण लार कम बनती है
- पोषण की कमी: कैल्शियम और विटामिन D की कमी से दांत कमजोर हो जाते हैं
- प्लाक और बैक्टीरिया का जमाव: इनेमल को नुकसान पहुंचाकर सड़न की शुरुआत करता है
जब कभी आपके दांतों का रंग पीला या काला पड़ने लगे, ठंडा या गरम खाने पर दर्द महसूस हो या मुंह से बदबू आने लगे, तो समझ लीजिए कि सड़न शुरू हो चुकी है। अगर इसे अनदेखा किया गया तो यह दांत की जड़ तक पहुंचकर बहुत नुकसान कर सकती है।
⚠️ लक्षण जो नजरअंदाज नहीं करने चाहिए
- दांतों का रंग पीला या काला पड़ना
- ठंडा या गरम खाने पर दर्द या संवेदनशीलता
- मुंह से बदबू आना
- दांतों में छेद या सतह पर खुरदरापन
- मसूड़ों में सूजन या रक्तस्राव
दांत सड़ने के पीछे कई कारण होते हैं। सबसे आम कारण है अत्यधिक मीठा खाना, जैसे मिठाई, चॉकलेट या सॉफ्ट ड्रिंक। इनमें मौजूद शक्कर मुंह में एसिड बनाती है जो दांतों की बाहरी परत यानी इनेमल को धीरे-धीरे घिस देती है।

इसके अलावा, अगर आप दिन में दो बार ब्रश नहीं करते या फ्लॉसिंग की आदत नहीं है, तो दांतों में प्लाक जमने लगता है जो सड़न की शुरुआत का कारण बनता है।
कई बार पानी कम पीने या कुछ दवाइयों की वजह से लार कम बनती है, जिससे बैक्टीरिया पनपने लगते हैं। साथ ही, कैल्शियम और विटामिन डी की कमी से भी दांत कमजोर हो जाते हैं।
🏠 घरेलू उपाय जो राहत दे सकते हैं
| उपाय | लाभ |
|---|---|
| लौंग का तेल | दर्द और सूजन में राहत, यूजेनॉल से संक्रमण कम होता है |
| नीम की दातुन | कीटाणु नष्ट करती है, मसूड़े मजबूत होते हैं |
| नारियल तेल से ऑयल पुलिंग | बैक्टीरिया और टॉक्सिन हटाता है |
| लहसुन का पेस्ट | संक्रमण को कम करता है |
| नमक + सरसों तेल मिश्रण | इनेमल को मजबूत करता है, मसूड़ों को पोषण देता है |
घरेलू उपायों की मदद से इस समस्या को काफी हद तक कम किया जा सकता है। सबसे असरदार लौंग का तेल है। इसमें मौजूद यूजेनॉल दर्द और सूजन को कम करता है। बस एक रुई में लौंग का तेल लगाकर प्रभावित दांत पर रखें।
इसी तरह, नीम की दातुन रोज सुबह करने से मुंह के कीटाणु मर जाते हैं और मसूड़े मजबूत होते हैं। एक और आसान उपाय है नारियल तेल से ऑयल पुलिंग यानी 1 चम्मच नारियल तेल को मुंह में 5 मिनट तक घुमाएं और फिर थूक दें। इससे मुंह के बैक्टीरिया और टॉक्सिन निकल जाते हैं।
🥗 आहार से दांतों की मजबूती
- कैल्शियम स्रोत: दूध, पनीर, तिल, अंजीर, हरी सब्जियां
- विटामिन C स्रोत: आंवला, नींबू — मसूड़ों को मजबूत बनाते हैं
- विटामिन D: धूप में समय बिताना और अंडा, मशरूम जैसे खाद्य पदार्थ
अगर दांत में दर्द या सड़न ज्यादा हो, तो लहसुन का पेस्ट भी बहुत फायदेमंद है। एक लहसुन की कली पीसकर 5 मिनट तक दांत पर लगाएं। यह संक्रमण को कम करता है। नमक और सरसों तेल का मिश्रण भी एक पुराना घरेलू नुस्खा है। इसे हल्के हाथ से मसूड़ों पर रगड़ने से इनेमल मजबूत होता है।
🦷 कब डॉक्टर से संपर्क करें?
- दर्द लगातार बना रहे
- घरेलू उपायों से राहत न मिले
- दांतों में छेद या सूजन बढ़ जाए
- मसूड़ों से खून आए या पस बनने लगे
दांतों की मजबूती के लिए आहार भी अहम भूमिका निभाता है। दूध, पनीर, तिल, अंजीर और हरी सब्जियां कैल्शियम के अच्छे स्रोत हैं, जबकि आंवला और नींबू विटामिन सी देकर मसूड़ों को मजबूत करते हैं।
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