4 वर्षों से बकाया वेतन वृद्धि लागू न होने से होजियारी श्रमिकों में तीव्र आक्रोश

खड़गपुर। राज्य सरकार द्वारा घोषित न्यूनतम वेतन के अनुसार होजियारी श्रमिकों के लिए चार (2022, 23, 24, 25) वर्षों की वेतन वृद्धि को लागू करने में विफलता से राज्य भर के लाखों होजियारी श्रमिकों में तीव्र गुस्सा पैदा हो गया है।

एआईयूटीयूसी से संबद्ध पश्चिम बंगाल होजियारी वर्कर्स यूनियन ने श्रम मंत्री मलय घटक को एक शिकायत सौंपी, जिसमें सरकार द्वारा घोषित मजदूरी दर को तत्काल समायोजित करने की मांग की गई। प्रतिनिधिमंडल में यूनियन के सलाहकार नारायण चंद्र नायक, अध्यक्ष मधुसूदन बेरा, संयुक्त सचिव तपन कुमार आदक और नव शाशमल शामिल थे।

यूनियन की जिला कमेटी के सलाहकार नारायण चंद्र नायक ने शिकायत की कि हालांकि सरकार ने पिछले चार वर्षों में कुल 7 बार मजदूरी में वृद्धि की है, लेकिन होजियारी निर्माता मालिकों ने आज तक श्रमिकों को बढ़ी हुई मजदूरी का भुगतान नहीं किया है। यदि वेतन वृद्धि तत्काल लागू नहीं की गई तो यूनियन बड़े आंदोलन के लिए बाध्य होगी।

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