
विजन 2047 का सशक्त आधार- नारी शक्ति से विकसित भारत
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस महिलाओं के आर्थिक, राजनीतिक व सामाजिक उपलब्धियों एवं कठिनाइयों की सापेक्षता के उपलक्ष में उत्सव है- अधिवक्ता के.एस. भावनानी
अधिवक्ता किशन सनमुखदास भावनानी, गोंदिया, महाराष्ट्र। वैश्विक स्तर पर दुनिया के अनेक देशों में पिछले एक सप्ताह से 8 मार्च 2025 को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की उत्सुकता से इंतजार कर रहे थे, क्योंकि इस हफ्ते में संयुक्त राष्ट्र से लेकर दुनिया के अनेक देशों में अनगिनत सार्वजनिक व शासकीय स्तर पर भी तैयारी वेबीनार कार्यक्रम कर रहे थे। कई महिलाएं अपने हित के तोहफे के लिए इंतजार कर रही थी, जैसे दिल्ली (भारत) में महिलाओं को प्रतिमाह 2100 रूपए मिलने जैसे अन्य कारण है, तो आगाज तो होना ही था। भारत में सर्वोच्च पदों पर आसीन व्यक्तित्वों के बधाई संदेशों ने महिलाओं को प्रोत्साहित किया है, तो भारत सरकार में प्रशासनिक सुधार व लोक शिकायत विभाग ने 6 मार्च 2025 को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 2025 के उपलक्ष में नारी शक्ति विकसित भारत का वर्चुअल वेबीनार आयोजित किया था।
अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस प्रतिवर्ष, 8 मार्च को विश्व के विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं के प्रति सम्मान, प्रशंसा और प्रेम प्रकट करते हुए, महिलाओं के आर्थिक, राजनीतिक और सामाजिक उपलब्धियों एवं कठिनाइयों की सापेक्षता के उपलक्ष्य में उत्सव के तौर पर मनाया जाता है। यह मनाने के लिए हर साल एक थीम रखी जाती है। इस साल की थीम तेजी से कार्रवाई करें निर्धारित की गई है। यह थीम महिलाओं के जीवन को बेहतर बनाने के लिए तेजी से प्रगति करने की अपील करती है। यह लोगों, सरकारों और संगठनों को महिलाओं के उत्थान, समान अवसर प्रदान करने और भेदभाव समाप्त करने की दिशा में सक्रिय कदम उठाने के लिए प्रेरित करती है।
तारीख याद रखें! 10-21 मार्च 2025- संयुक्त राष्ट्र दुनिया के सभी क्षेत्रों के सदस्य देशों और गैर सरकारी संगठनों के साथ मिलकर लैंगिक समानता की मौजूदा चुनौतियों और उपलब्धियों पर चर्चा करेगा।हम इसे यूएन वेब टीवी के माध्यम से ऑनलाइन देख सकते हैं। चूँकि विजन 2047 का सशक्त आधार नारी शक्ति से विकसित भारत है तथा अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस महिलाओं के आर्थिक राजनीतिक व सामाजिक उपलब्धियों एवं कठिनाइयों की सापेक्षता के उपलक्ष में उत्सव है, इसलिए आज हम मीडिया में उपलब्ध जानकारी के सहयोग के इस आलेख के माध्यम से चर्चा करेंगे, अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 8 मार्च 2025 की थीम का जबरदस्त आगाज कार्यवाही में तेज़ी लाएं।
साथियों बात अगर हम प्रतिवर्ष 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाने की करें तो, दुनिया भर में हर साल 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है। यह दिन महिलाओं के अधिकार, समानता और सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के साथ किसी भी क्षेत्र में महिलाओं के साथ होने वाले भेदभाव को रोकने के उद्देश्य से मनाया जाता है। यह दिवस को मनाने के लिए हर साल एक नई थीम भी रखी जाती है। ऐसे में यह जानना जरूरी हो जाता है कि आखिर इस दिवस को मानने के लिए 8 मार्च के दिन को ही क्यों चुना गया? आखिर क्या है इसका इतिहास? महत्व और थीम? इस साल की थीम तेजी से कार्रवाई करें महिलाओं के जीवन को बेहतर बनाने के लिए तेजी से प्रगति करने की अपील करती है। यह लोगों, सरकारों और संगठनों को महिलाओं के उत्थान, समान अवसर प्रदान करने और भेदभाव समाप्त करने की दिशा में सक्रिय कदम उठाने के लिए प्रेरित करती है।
साथियों बात अगर हम अंतरराष्ट्रीय परिपेक्ष में वर्तमान समय में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के रूप में जन जागरण फैलाने की सख़्त जरूरत की करें तो, पिछले दो साल के दौरान अफगानिस्तान, ईरान, यूक्रेन और अमेरिका जैसे कई देशों में महिलाएं अपने-अपने देशों में युद्ध, हिंसा और नीतिगत बदलावों के बीच अपने अधिकारों की लड़ाई लड़ती रही हैं। अफगानिस्तान में तालिबान की सत्ता में वापसी ने मानव अधिकारों के मामले में तरक्की को बाधित कर दिया है, क्योंकि महिलाओं और लड़कियों को उच्च शिक्षा हासिल करने से रोक दिया गया गया है, उनके घर से बाहर ज़्यादातर काम करने पर और किसी पुरुष संरक्षक के बग़ैर लंबी दूरी का सफर करने पर पाबंदी लगा दी गई है। तालिबान ने महिलाओं को हुक्म जारी किया है कि वो घर से बाहर या दूसरे लोगों के सामने अपना पूरा चेहरा ढक कर रखें।
24 फरवरी 2022 को रूस की सेना ने यूक्रेन पर आक्रमण कर दिया था, संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के मुताबिक, युद्ध शुरू होने के बाद से यूक्रेन में खाने पीने की कमी, कुपोषण और गरीबी के मामले में औरतों और मर्दों के बीच फ़ासला बढ़ गया है। युद्ध के चलते क़ीमतों में उछाल और क़िल्लत के कारण यूक्रेन में महिलाओं के प्रति हिंसा की घटनाओं में बहुत ही वृद्धि हो गया है। 24 जून 2022 को अमेरिका के सुप्रीम कोर्ट ने रो बनाम वेड के एक ऐतिहासिक क़ानून को पलट दिया। इस क़ानून के तहत अमेरिकी महिलाओं को गर्भपात का अधिकार हासिल था, सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले के बाद से पूरे अमेरिका में इसके विरोध में शोर उठा और विरोध प्रदर्शन हुए, बहुत सी अमेरिकी महिलाएं, गर्भपात के लिए मेक्सिको जाने का विकल्प चुन रही है, क्योंकि, 2021 में एक ऐतिहासिक फ़ैसले के बाद, मेक्सिको में गर्भपात कराना जायज कर दिया गया था।
साथियों बात अगर हम पिछले कुछ वर्षों से महिलाओं की स्थिति में सुधार की करें तो पिछले कुछ वर्षों के दौरान महिलाओं की स्थिति में सुधार भी आया है। दस साल के संघर्ष के बाद नवंबर 2022 में यूरोपीय संसद ने एक क़ानून पारित किया, इससे 2026 तक बाज़ार में सार्वजनिक कारोबार करने वाली कंपनियों के बोर्ड में महिलाओं की अधिक नुमाइंदगी सुनिश्चित हो सकेगी। यूरोपीय संघ ने कहा, ऊपरी ओहदे पर बैठने की क़ाबिलियत रखने वाली बहुत सी महिलाएं हैं और अपने नए यूरोपीय क़ानून से हम ये सुनिश्चित करेंगे कि इन महिलाओं को उन ओहदों तक पहुंच पाने का असली मौक़ा मिल सके। इसी बीच आर्मेनिया और कोलंबिया में पिता बनने पर छुट्टी से जुड़े क़ानूनों में भी बदलाव किया गया है तो वहीं, स्पेन ने माहवारी पर सेहत की छुट्टी लेने और गर्भपात की सुविधाएं बढ़ाने वाले क़ानून पारित किए हैं। भारत में महिलाओं के लिए 33.33 प्रतिशत का आरक्षण कानून बना हुआ है।
साथियों बात अगर हम महिलाओं के लिए 8 मार्च अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के रूप में मनाने की करें तो, 1995 से पहले, केवल 12 देशों में घरेलू हिंसा के खिलाफ कानूनी प्रतिबंध थे। आज, 193 देशों में 1,583 विधायी उपाय लागू हैं, जिनमें से 354 विशेष रूप से घरेलू हिंसा को लक्षित करते हैं। आज 112 देश ऐसे हैं जिनके पास महिलाओं, शांति और सुरक्षा पर राष्ट्रीय कार्य योजनाएं हैं – जो 2010 में केवल 19 देशों की तुलना में उल्लेखनीय वृद्धि है।
साथियों बात अगर हम वर्ष 2025 की थीम कार्यवाही में तेजी लानें की करें तो, सामूहिक रूप से, हम लैंगिक समानता के लिए कार्रवाई में तेजी ला सकते हैं। विश्व आर्थिक मंच के आंकड़ों के अनुसार, प्रगति की वर्तमान दर से, पूर्ण लैंगिक समानता तक पहुंचने में 2158 तक का समय लगेगा, जो कि अब से लगभग पांच पीढ़ियों बाद होगा। कार्रवाई में तेज़ी लाने की आवश्यकता पर ध्यान केंद्रित करते हुए लैंगिक समानता हासिल करने के लिए त्वरित और निर्णायक कदम उठाने के महत्व पर जोर दिया गया है। इसमें व्यक्तिगत और पेशेवर दोनों क्षेत्रों में महिलाओं के सामने आने वाली प्रणालीगत बाधाओं और पूर्वाग्रहों को दूर करने में तेज़ी और तत्परता की आवश्यकता पर जोर दिया गया है।
तो आइये हम सब मिलकर विश्व भर में प्रगति की दर को बढ़ाने के लिए कार्रवाई में तेजी लाएं। लैंगिक समानता स्थापित करने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि हम समझें कि क्या कारगर है, तथा इसे और अधिक तेजी से किया जाए। त्वरित कार्रवाई एक विश्वव्यापी आह्वान है, जिसका उद्देश्य उन रणनीतियों संसाधनों और गतिविधियों को मान्यता देना है, जो महिलाओं की प्रगति पर सकारात्मक प्रभाव डालती हैं तथा उनके कार्यान्वयन को समर्थन और बढ़ावा देना है। लैंगिक समानता के मार्ग में महत्वपूर्ण बाधाएं बनी हुई हैं। फिर भी सही कार्रवाई और समर्थन से हर जगह महिलाओं के लिए सकारात्मक प्रगति की जा सकती है और लैंगिक समानता के लिए कार्रवाई में तेजी लाने में मदद करने का सबसे बड़ा तरीका समर्थकों का समर्थन करना है।
दुनिया भर में कई प्रभावशाली समूह महिलाओं और लड़कियों की सहायता के लिए महत्वपूर्ण कार्य कर रहे हैं, हम सभी एकजुटता से उन्हें अपना समर्थन दे सकते हैं। यही कारण है कि 2025 के लिए, आईडब्लूडी ने सभी आयोजनों में महिलाओं पर केन्द्रित धन-संग्रह के तत्व को शामिल करने के लिए एक बड़ा आह्वान किया है। जमीनी स्तर के समूहों से लेकर बड़े पैमाने के निकायों तक, परोपकारी संस्थाएँ महिलाओं और लड़कियों का समर्थन करने और उन्हें आगे बढ़ाने के लिए अथक प्रयास कर रही हैं। व्यक्तिगत रूप से, हम सभी अपने दैनिक जीवन में महिलाओं की प्रगति पर सकारात्मक प्रभाव डालने के लिए कदम उठा सकते हैं। हम रूढ़िवादिता को दूर कर सकते हैं, भेदभाव को चुनौती दे सकते हैं, पूर्वाग्रह पर सवाल उठा सकते हैं, महिलाओं की सफलता का जश्न मना सकते हैं, और भी बहुत कुछ कर सकते हैं।
इसके अलावा, दूसरों के साथ अपने ज्ञान और प्रोत्साहन को साझा करना महत्वपूर्ण है। दुनिया भर में प्रभावशाली संगठन और समूह कई प्रभावी रणनीतियां, संसाधन और गतिविधियां प्रदान करते हैं जो कई क्षेत्रों में मदद करते हैं, जिनमें शामिल हैं :
(1) महिलाओं का आर्थिक सशक्तिकरण करना।
(2) विविध प्रतिभाओं की भर्ती, उन्हें बनाए रखना और उनका विकास करना।
(3) महिलाओं और लड़कियों को नेतृत्व, निर्णय लेने, व्यवसाय और स्टेम में सहायता प्रदान करना।
(4) महिलाओं और लड़कियों की आवश्यकताओं को पूरा करने वाले बुनियादी ढांचे का डिजाइन और निर्माण।
(5) महिलाओं और लड़कियों को उनके स्वास्थ्य के बारे में सूचित निर्णय लेने में मदद करना।
(6) टिकाऊ कृषि और खाद्य सुरक्षा में महिलाओं और लड़कियों को शामिल करना।
(7) महिलाओं और लड़कियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और प्रशिक्षण तक पहुंच प्रदान करना।
(8) खेलों में महिलाओं और लड़कियों की भागीदारी और उपलब्धि को बढ़ाना।
(9) महिलाओं और लड़कियों की रचनात्मक और कलात्मक प्रतिभा को बढ़ावा देना।
(10) महिलाओं और लड़कियों की उन्नति का समर्थन करने वाले अन्य क्षेत्रों पर ध्यान देना।

अतः अगर हम उपरोक्त पूरे विवरण का अध्ययन कर इसका विश्लेषण करें तो हम पाएंगे कि अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 8 मार्च 2025 की थीम का जबरदस्त आगाज- कार्यवाही में तेज़ी लाएं। विजन 2047 का सशक्त आधार- नारी शक्ति से विकसित भारत। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस, महिलाओं के आर्थिक राजनीतिक व सामाजिक उपलब्धियों एवं कठिनाइयों की सापेक्षता के उपलक्ष में उत्सव है।
(स्पष्टीकरण : इस आलेख में दिए गए विचार लेखक के हैं और इसे ज्यों का त्यों प्रस्तुत किया गया है।)
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