मुंबई | 21 अक्टूबर 2025 : आयुष्मान खुराना और रश्मिका मंदाना स्टारर फिल्म ‘थामा’ ने भारतीय हॉरर सिनेमा को एक नई दिशा दी है। मैडॉक हॉरर-वर्स की इस नई कड़ी में लोककथाओं, प्रेम, डर और मानवीय भावनाओं का ऐसा मेल है, जो दर्शकों को रोमांचित ही नहीं, भावुक भी करता है।
‘थामा’: डर, प्रेम और पौराणिकता का सिनेमाई संगम
निर्देशक आदित्य सरपोतदार की यह फिल्म मैडॉक हॉरर-वर्स की नई पेशकश है, जो ‘स्त्री’ और ‘भेड़िया’ जैसी फिल्मों की परंपरा को आगे बढ़ाती है। लेकिन ‘थामा’ सिर्फ डराने की कोशिश नहीं करती — यह विश्वास, प्रेम और मानवीय रिश्तों की गहराई को भी छूती है।
🌳 कहानी की जड़ें: एक रहस्यमय जंगल
फिल्म की पृष्ठभूमि एक काल्पनिक जंगल है, जहां अतीत और वर्तमान एक साथ सांस लेते हैं। यह जंगल अपने श्राप, नियम और रक्षकों के साथ एक मिथकीय ब्रह्मांड रचता है, जो दर्शकों को एक नई दुनिया में ले जाता है।

🧑💼 किरदार और अभिनय
- आयुष्मान खुराना: छोटे शहर के पत्रकार ‘आलोक’ के रूप में, जो एक सुपरनैचुरल घटना के बाद बदल जाता है
- रश्मिका मंदाना: भावनात्मक गहराई और नाजुकता से भरपूर भूमिका
- नवाजुद्दीन सिद्दीकी: रहस्यमय ‘यक्षासन’ के रूप में, जो अच्छाई-बुराई के संघर्ष का केंद्र बनते हैं
- परेश रावल: हास्य और संवेदनशीलता का संतुलन
- सत्यराज (एल्विस): पैरानॉर्मल एक्सपर्ट, जो ‘बेताल’ और ‘भेड़िया’ के संबंधों की कड़ी जोड़ते हैं
- नोरा फतेही: एक सरप्राइज कैमियो, जो ‘स्त्री’ से भावनात्मक रूप से जुड़ता है
🧩 यूनिवर्स का विस्तार और ‘सिर कटा’ की वापसी
फिल्म में ‘स्त्री’ के सिर कटा की डरावनी वापसी इस बात का संकेत है कि एक बड़ा क्रॉसओवर आने वाला है। ‘थामा’ और ‘स्त्री 2’ के बीच कनेक्शन स्पष्ट हैं, जो इस यूनिवर्स को मार्वल-स्टाइल सिनेमाई विस्तार की ओर ले जाते हैं।
🎶 संगीत और तकनीकी पक्ष
- हर गाना कहानी का हिस्सा है — कोई भी गीत सिर्फ दिखावे के लिए नहीं
- स्पेशल इफेक्ट्स और एक्शन सीन्स, खासकर ‘आलोक बनाम भेड़िया’ लड़ाई, थिएटर में तालियाँ बटोरने लायक
- हास्य और डर का संतुलन — न तो ज़्यादा डरावना, न ही सिर्फ मज़ाकिया
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