कोलकाता, (Kolkata) : मलेशिया की यात्रा पर गए सर्वदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल में शामिल तृणमूल कांग्रेस (TMC) के नेता अभिषेक बनर्जी ने दो टूक कहा कि पाकिस्तान के साथ अगली बातचीत केवल पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) को वापस लेने पर होनी चाहिए।
उन्होंने मलेशिया की राजधानी कुआलालंपुर में भारतीय प्रवासियों के साथ बातचीत के दौरान यह बात कही, जहां उन्होंने पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंकवाद को लेकर भारत के रुख पर प्रकाश डाला।
जनता दल (यूनाइटेड) के राज्यसभा सदस्य संजय कुमार झा के नेतृत्व वाले इस प्रतिनिधिमंडल में शामिल अभिषेक बनर्जी ने कहा, “विभिन्न सरकारों के बदलने के बावजूद हम दशकों से उनके (पाकिस्तान के) साथ बातचीत कर रहे हैं। लेकिन एक चीज बरकरार है – पाकिस्तान के साथ गतिरोध।”
उन्होंने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए कायरतापूर्ण आतंकवादी हमले का जिक्र करते हुए कहा, “22 अप्रैल को जो कुछ हुआ, जिसमें 26 लोगों की सिर्फ उनके धर्म के आधार पर गोली मारकर हत्या कर दी गई,
मैं चाहता हूं कि सरकार पाकिस्तान के साथ सिर्फ पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) को वापस लेने के मुद्दे पर बातचीत करे। अन्यथा, ये आतंकवादी हमले जारी रहेंगे।”
भारत ने पूर्व में ही यह स्पष्ट कर दिया है कि पाकिस्तान के साथ कोई भी बातचीत सिर्फ आतंकवाद और PoK पर ही होगी। प्रवासी समुदाय के साथ बातचीत के दौरान संजय कुमार झा के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने आतंकवाद के खिलाफ भारत के इस दृढ़ रुख से अवगत कराया।
सदस्यों ने प्रतिभागियों को दशकों से भारत को प्रभावित करने वाले सीमा पार आतंकवाद, खासतौर से पहलगाम में हुए हालिया हमले के बारे में जानकारी दी।
कुआलालंपुर स्थित भारतीय उच्चायोग ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “प्रवासी समुदाय के सदस्यों को भारत के संदेश को विभिन्न समुदायों और मंचों पर साझा करने के लिए प्रोत्साहित किया गया। इस संवाद में भारतीय प्रवासी सदस्यों के विचार भी सुने गए, जिनमें मलेशियाई भारतीय मुस्लिम समुदाय के लोग भी शामिल थे, जिन्होंने सीमा पार आतंकवादी हमलों की स्पष्ट रूप से निंदा की।”
अभिषेक बनर्जी ने 22 अप्रैल के हमले के बाद की घटनाओं पर भी बात की। उन्होंने कहा कि भारत ने पाकिस्तान के न्याय करने और अपराधियों को सजा दिलाने के लिए दो सप्ताह तक इंतजार किया, लेकिन कुछ नहीं हुआ।
उन्होंने बताया कि 14 दिन बाद भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के जरिये सीमा पार 9आतंकी ठिकाने नष्ट कर दिए।
बनर्जी ने सवाल किया, “हम सभी सबूतों को सार्वजनिक रूप से पेश कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर तस्वीरें हैं कि पाकिस्तानी सेना के उच्च पदस्थ अधिकारी आतंकवादियों के अंतिम संस्कार में शामिल होते देखे गए। भारत दुनिया को इससे ज्यादा क्या सबूत दे सकता है?” उन्होंने प्रवासी सदस्यों से अनुरोध किया कि जब वे भारत आएं तो कश्मीर में तीन-चार दिन बिताएं।
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