रूम्पा की कविता : “फिर से मुस्कुराएगा हिंदुस्तान”

पूरे विश्व ने चुप्पी साध रखी है हर डगर में घूमता कोरोना उस हिटलर को

मदर्स डे स्पेशल : रूम्पा की कविता – “माँ तुम प्रेरणा हो”

माँ तुम प्रेरणा हो जीवन की, तुम ज्योति हो अंधकार मन की, तुम आशा हो