आशा विनय सिंह बैस की कलम से : जब गांव की लड़की की शादी पूरे गांव की बिटिया की शादी हुआ करती थी

रायबरेली। यह उन दिनों की बात है जब गांव में प्रधान चुने जाने पर सिर्फ