प्रवासी साहित्य एवं संस्कृति : धरोहर और संवेदना पर केंद्रित अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी सम्पन्न

* संकटग्रस्त मानवता को बचाने की चेष्टा प्रवासी साहित्य में है – डॉ. मीरा सिंह