डॉ. आर.बी. दास की रचना
जिसे निभा ना सके वो वादा ना करें… बातें कभी खुद के स्तर से ज्यादा
डॉ. आर.बी. दास की रचना
परिवार के साथ धैर्य प्यार कहलाता है… औरों के साथ धैर्य सम्मान कहलाता है… स्वयं
डॉ. आर.बी. दास की रचना…मोबाइल
।।मोबाइल।। डॉ. आर.बी. दास पहले लोग बेटा के लिए तरसते थे, और आज कल डेटा
डॉ. आर.बी. दास की कविता
कुछ भी कहीं भी हमारे बिना रुकेगा नहीं… इसलिए अपने आपको खास समझने की गलती
डॉ. आर.बी. दास की रचना…
कुछ दर्द ऐसे होते हैं जिसे हम बया नहीं कर सकते हैं… बस वह इंसान
डॉ. आर.बी. दास की रचना
जो मुस्कुरा रहा है, उसे दर्द ने पाला होगा। जो चल रहा है, उसके पांव
डॉ. आर.बी. दास की रचना…
।।डॉ. आर.बी. दास की रचना।। विचारों को वश में रखिए, वो आपके शब्द बनेंगे। शब्दों
डॉ. आर.बी. दास की रचना…
सबकी जिंदगी का यही पैगाम है… जिंदगी का अंतिम सफर श्मशान है… रोते हैं लोग
डॉ. आर.बी. दास की कविता
जीवन की सारी दौड़, केवल अतिरिक्त के लिए है। अतिरिक्त पैसा, अतिरिक्त पहचान, अतिरिक्त शोहरत,
डॉ. आर बी दास की कविता : ख्वाब
।।ख्वाब।। डॉ. आर बी दास जो कभी पूरे नहीं होते…. उसे ख्वाब कहते हैं। जो
