श्याम कुमार राई ‘सलुवावाला’ की कविता : वृद्धावस्था

।।वृद्धावस्था।। श्याम कुमार राई ‘सलुवावाला’ अभी तो चेहरे पर झुर्रियां आएंगी गाल पोपले हो जाएंगे