सुंदर पिचाई पर कोई फिल्म क्यों नहीं बनाता…!!

तारकेश कुमार ओझा। 80 के दशक में एक फिल्म आई थी, नाम था लव –

खांटी खड़गपुरिया की कविता : खिलखिलाता रहे खड़गपुर…!!

कोरोना काल में भी शारदीय नवरात्र के उत्सव ने खांटी खड़गपुरिया तारकेश कुमार ओझा में

कोरोना काल में देश की वर्तमान परिस्थितियों पर पेश है खांटी खड़गपुरिया की चंद लाइनें ….

सड़कें हैं, सवार नहीं ….!! बड़ी मारक है, वक्त की मार हिंद में मचा यूं