
वाराणसी। शनि की महादशा में सूर्य की अंतर्दशा अशुभ फल देती है। शनि और सूर्य को परस्पर शत्रु ग्रह माना जाता है, इसलिए इस दौरान व्यक्ति को कई प्रकार की कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। ज्योतिष में कई उपाय बताए गए हैं जो इन कठिनाइयों को कम करने में मदद कर सकते हैं।
शनि की महादशा में सूर्य की अंतर्दशा के संभावित नकारात्मक प्रभाव…
स्वास्थ्य समस्याएं : इस दौरान व्यक्ति को शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।
कार्यक्षेत्र में बाधाएं : कार्यक्षेत्र में समस्याएं, पदोन्नति में देरी या नौकरी से संबंधित अन्य परेशानियां हो सकती हैं।
वित्तीय नुकसान : धन हानि, निवेश में नुकसान या आर्थिक कठिनाइयां हो सकती हैं।
पारिवारिक संबंध में तनाव: पारिवारिक संबंध खराब हो सकते हैं, मतभेद बढ़ सकते हैं।
रिश्तों में दरार : पिता के साथ संबंधों में तनाव, या अन्य रिश्तों में दरार आ सकती है।
उपाय…
सूर्यदेव की पूजा : सूर्यदेव को तांबे के लोटे में जल, काले तिल और हल्दी रोली गुड़ डालकर अर्घ्य दें।
शनि की पूजा : शनिदेव की पूजा करें, सरसों का तेल चढ़ाएं और शनि स्तोत्र का पाठ करें।
हनुमान चालीसा का पाठ : हनुमान चालीसा का पाठ करें और हनुमान जी की पूजा करें।
सुंदर कांड का पाठ : मंगलवार और शनिवार काण्ड का पाठ करें।
छाया दान : कटोरे में सरसों का तेल लेकर अपना चेहरा देखें और शनि मंदिर में दान करें। अपंग गरीबों को भोजन कराएं।
महामृत्युंजय मंत्र का जप : प्रतिदिन महामृत्युंजय मंत्र का जप करें। 11 बार। धैर्य रखें। इस दौरान धैर्य रखें और अच्छे कर्म करें। किसी से द्वेष न करें। किसी से छल-कपट और द्वेष की भावना न रखें।
अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें
ज्योतिर्विद रत्न वास्तु दैवज्ञ
पंडित मनोज कृष्ण शास्त्री
मो. 99938 74848
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