विश्व तंबाकू निषेध दिवस 31 मई 2023 पर विशेष

आइए तंबाकू का सेवन छोड़ने की प्रतिबद्धता का संकल्प करें
तंबाकू का सेवन मानवीय स्वास्थ्य के लिए अति हानिकारक – हमें भोजन की आवश्यकता है तंबाकू की नहीं, 2023 की सराहनीय थीम – एडवोकेट किशन भावनानी

किशन सनमुख़दास भावनानी, गोंदिया, महाराष्ट्र। वैश्विक स्तर पर हर देश की जड़ें हिला देने और पीढ़ियों तक इनकी त्रासदी याद रखी जाने वाली भयंकर महामारी कोविड-19 पर करीब-करीब नियंत्रण कर लिया गया है। जिसका अंदेशा इससे लगाया जा सकता है कि डब्ल्यूएचओ द्वारा कुछ दिनों पूर्व इस माहमारी को वैश्विक महामारी के टैग से हटा दिया गया है। परंतु फिर भी हम देखते हैं कि मानवीय जीवन शैली बदल चुकी है। जिसमें हर व्यक्ति सतर्क हो चुका है। जिससे हमें विश्वास हो गया है कि हम चाहे तो अपने स्वास्थ्य से समझौता नहीं कर अपनी आदतें अपनी जीवनशैली को बदल सकते हैं। अब चूंकि आज 31 मई 2023 को हम विश्व तंबाकू विरोधी दिवस मना रहे हैं, इसीलिए हमें तंबाकू छोड़ने या उसके मिश्रित चीजों का सेवन नहीं करने का संकल्प भी अपनी इस नई जीवन शैली में जोड़ना होगा क्योंकि अनेक रिपोर्ट व मीडिया में आई डिबेट मैं यह माना जाता है कि इससे मुख का कैंसर रूपी भयंकर बीमारी होती है जिसमें जीवन हानि होने की पूरी संभावना होती है।

यही कारण है कि अनेक राज्यों द्वारा तंबाकू और उसके से बनी अन्य वस्तुओं की बिक्री संग्रहण सेवन पर रोक लगाई गई है। अभी हाल ही में 25 अप्रैल 2023 को माननीय सुप्रीम कोर्ट ने मद्रास हाईकोर्ट के आदेश के ऑपरेटिव हिस्से पर रोक लगा दी, जिसमें तमिलनाडु राज्य के खाद्य सुरक्षा आयुक्त द्वारा गुटका, पान मसाला, स्वादिष्ट या सुगंधित खाद्य उत्पादों या चबाने योग्य खाद्य उत्पादों, जिसमें तम्बाकू या निकोटिन हो, की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने वाली अधिसूचना को रद्द कर दिया गया था। इसलिए आज हम मीडिया में उपलब्ध है जानकारी के सहयोग से इस आर्टिकल के माध्यम से चर्चा करेंगे, आइए तंबाकू का सेवन छोड़ने की प्रतिबद्धता का संकल्प करें और प्रतिदिन तंबाकू निषेध दिवस के रुप में मनाए।

एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी : संकलनकर्ता, लेखक, कवि, स्तंभकार, चिंतक, कानून लेखक, कर विशेषज्ञ

साथियों बात अगर हम हर साल विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा 31 मई को विश्व तंबाकू निषेध दिवस मनाने की करें तो, उनका लक्ष्य तंबाकू के उपयोग के जोखिमों के बारे में जागरूकता फैलाना है और हम दुनिया को तंबाकू मुक्त कैसे बना सकते हैं। तंबाकू से होने वाली बीमारियों से हर साल करीब 60 लाख लोगों की मौत होती है। और यह संख्या 2030 तक बढ़कर 8 मिलियन से अधिक होने का अनुमान है। लेकिन यह कोई गारंटी नहीं है। सतत विकास एजेंडा का उद्देश्य गैर-संक्रामक रोगों से होने वाली मौतों को एक तिहाई तक कम करना है। तम्बाकू से जुड़ी बीमारियाँ सूची में हैं, इसलिए यदि हम लक्ष्य तक पहुँचते हैं, तो 2030 जश्न मनाने का वर्ष होगा जो, न केवल हमारे स्वास्थ्य के लिए, बल्कि हमारे बटुए के आकार के लिए भी। हमारा औसत धूम्रपान करने वाला सालाना सिगरेट पर करीब 4, हज़ार डॉलर खर्च करता है। उन सभी शानदार छुट्टियों की कल्पना करें जिनका हम उस पैसे से आनंद ले सकते हैं।

साथियों बात अगर हम वर्ष 2023 की थीम की करें तो इस वर्ष 2023, विश्व तंबाकू निषेध दिवस की थीम हमें भोजन की आवश्यकता है, तंबाकू की नहीं है। जिसका उद्देश्य तंबाकू उत्पादकों को विपणन विकल्पों और उत्पादन विकल्पों के बारे में जागरूकता प्रदान करके टिकाऊ और पौष्टिक फसलों को अपनाना है। इसके अलावा, विषय तम्बाकू उद्योग की तोड़फोड़ की पहल के प्रयासों को उजागर करने पर केंद्रित है, जो तम्बाकू को स्थायी फसलों से बदलने के लिए है, जिससे वैश्विक खाद्य संकट पैदा होता है। इस दिन सरकारी प्राधिकरण और नीति-निर्माता खाद्य संकट को रोकने के लिए खाद्य फसलों को उगाने के लिए तम्बाकू किसानों के लिए उपयुक्त नीतियों, रणनीतियों को तैयार करते हैं और बाजार की स्थितियों को सक्षम करते हैं। इसके अलावा, तम्बाकू फसलों को उगाने से रोकने के प्रयासों को बढ़ावा देने के लिए हरित कार्यकर्ता और सार्वजनिक सामाजिक कल्याण संघ हाथ मिलाते हैं।

साथियों बात अगर हम विश्व तंबाकू दिवस के महत्व की करें तो, दुनिया भर में सालाना करीब 35 लाख हेक्टेयर जमीन तंबाकू की खेती के लिए इस्तेमाल की जाती है। तंबाकू की खेती के कारण वार्षिक वनों की कटाई का अनुमान 2 लाख हेक्टेयर है। तम्बाकू उत्पादन का पारिस्थितिक तंत्र पर काफी अधिक विनाशकारी प्रभाव पड़ता है क्योंकि अन्य कृषि गतिविधियों जैसे मक्का उगाने और पशुधन चराई की तुलना में तम्बाकू के खेतों में मरुस्थलीकरण (जैविक उत्पादकता में कमी) की संभावना अधिक होती है। इसके अलावा, तम्बाकू उगाने के लिए रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों के भारी उपयोग की आवश्यकता होती है, जिसके परिणामस्वरूप मिट्टी की उर्वरता कम हो सकती है, अन्य खाद्य फसलों का उत्पादन कम हो सकता है।

यदि तम्बाकू को व्यावसायिक फसल के रूप में उगाया जाता है तो गरीब और मध्यम आय वाले देशों में सतत खाद्य उत्पादन खतरे में पड़ सकता है। सबसे बड़े तम्बाकू उगाने वाले क्षेत्रों में अधिकांश (90 फ़ीसदी) निम्न और मध्यम आय वाले देश हैं, जहाँ चार देश कम आय वाले खाद्य-घाटे वाले देशों की श्रेणी में हैं। उपरोक्त परिदृश्यों के आलोक में, तम्बाकू की खेती को रोकने और अन्य खाद्य फसलों की खेती के लिए किसानों की सहायता करने के लिए विधायी कार्रवाई की तत्काल आवश्यकता है। विश्व तम्बाकू निषेध दिवस वार्षिक विषयों के साथ अभियानों का संचालन करके उपर्युक्त सिद्धांतों को सफलतापूर्वक प्राप्त करता है।

साथियों बात अगर हम तंबाकू से पर्यावरण को नुकसान की करें तो, वैश्विक स्तर पर हर साल लगभग 35 लाख हेक्टेयर भूमि तम्बाकू उगाने के लिए नष्ट कर दी जाती है। वैश्विक स्तर पर हर साल लगभग 4.5 लाख करोड़ सिगरेट बट्स का सही तरीके से निपटान नहीं किया जाता है।हर साल 80 करोड़ किलो जहरीला कचरा पैदा करता है और हजारों रसायनों को हवा, पानी और मिट्टी में छोड़ता है।तम्बाकू की खेती के लिए बड़ी मात्रा में पानी का उपयोग, ग्रह से पानी की कमी होती है।

साथियों बात अगर हम मद्रास हाईकोर्ट के तंबाकू संबंधी छूट पर सुप्रीम कोर्ट की रोक की करें तो, दो जजों की खंडपीठ ने संकेत दिया कि प्रतिवादी जनता के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक वस्तुओं को बेच रहे हैं। उत्तरदाताओं के वकील द्वारा हाईकोर्ट के आदेश पर रोक लगाने के खिलाफ तर्क दिए जाने के बाद यह टिप्पणी की गई। मद्रास हाईकोर्ट ने जनवरी में खाद्य सुरक्षा के राज्य आयुक्त द्वारा गुटका, पान मसाला, सुगंधित या सुगंधित खाद्य उत्पादों या तंबाकू या निकोटीन युक्त चबाने योग्य खाद्य उत्पादों की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने वाली अधिसूचना को रद्द कर दिया। यह नोट किया गया कि खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम और सिगरेट और अन्य तंबाकू उत्पाद (व्यापार और वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति और वितरण के विज्ञापन और विनियमन का निषेध) अधिनियम, 2003 [कोटपा] दोनों में तंबाकू उत्पादों पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने का प्रावधान नहीं है। राज्य सरकार ने 2013 में खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम, 2006 के तहत अस्थायी प्रावधान का उपयोग करते हुए तंबाकू और गुटखा उत्पादों पर प्रतिबंध लगाया। बाद में विभिन्न अधिसूचनाओं के माध्यम से प्रतिबंध को हर साल बढ़ाया गया।

साथियों बात अगर हम धूम्रपान और तंबाकू से स्वास्थ्य को विपरीत प्रभावित होने की करें तो, तम्बाकू का सेवन और धूम्रपान हमारे स्वास्थ्य को कई तरह से प्रभावित करता है, जो घातक बीमारियों का कारण हो सकता है धूम्रपान के बारे में 5 भयानक तथ्य…
(1) तंबाकू रसायनों से भरा होता है, तंबाकू के धुएँ में 7,000 से अधिक रसायन होते हैं।
(2) कुछ रसायन कैंसर का कारण बन सकते हैं। इनमें से 69 हानिकारक रसायन कैंसर पैदा करने के लिए जाने जाते हैं।
(3) धूम्रपान कानून व्यापक नहीं हैं, दुनिया की केवल 20 प्रतिशत आबादी धूम्रपान कानूनों द्वारा संरक्षित है, ज्यादातर उच्च आय वाले देशों में।
(4) आने वाली पीढ़ियां भी प्रभावित होंगी। आंकड़े भविष्यवाणी करते हैं कि आज अमेरिका में रहने वाले 5.6 मिलियन बच्चे धूम्रपान सेसंबंधित बीमारी से मरेंगे।
(5) धूम्रपान सचमुच आपको मार सकता है। पांच सिगरेट में इतना निकोटिन होता है कि अगर इसे पूरी तरह से निगल लिया जाए तो यह एक औसत वयस्क को मार सकता है।

साथियों बात अगर हम डब्ल्यूएचओ द्वारा विश्व तंबाकू दिवस 31 मई 2023 को ही मनाने और थीम की करें तो, विश्व स्वास्थ्य संगठन के सदस्य राज्यों ने 1987 में वैश्विक तम्बाकू संकट और महामारी से होने वाली बीमारियों और मौतों की प्रतिक्रिया के रूप में विश्व तम्बाकू निषेध दिवस बनाया। विश्व स्वास्थ्य सभा ने 1987 में संकल्प डब्ल्यूएचए 40.38 पारित किया, जिसमें 7 अप्रैल को विश्व धूम्रपान निषेध दिवस मनाने का आह्वान किया गया। अगला, संकल्प डब्लयूएचए 42.19 1988 में पारित किया गया था, जो 31 मई को विश्व तंबाकू निषेध दिवस के वार्षिक पालन के रूप में जारी किया गया था।
अतः अगर हम उपरोक्त गुणों का अध्ययन कर उसका विश्लेषण करें तो हम पाएंगे कि विश्व तंबाकू निषेध दिवस 31 मई 2023 पर विशेष। आइए तंबाकू का सेवन छोड़ने की प्रतिबद्धता का संकल्प करें। तंबाकू का सेवन मानवीय स्वास्थ्य के लिए अति हानिकारक – हमें भोजन की आवश्यकता है तंबाकू की नहीं 2023 की सराहनीय थीम है।

(स्पष्टीकरण : इस आलेख में व्यक्त किए गए विचार लेखक के हैं और दी गई सभी सूचनाएं एवं आंकड़े ज्यों की त्यों प्रस्तुत की गई है।)

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