खड़गपुर। ग्लोबलीजीआई बेंगलुरु की छह सदस्यीय टीम, इसके संस्थापक एवं मेंटर के. कृष्णैया के नेतृत्व में, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) खड़गपुर का दौरा किया। इस दौरान भोजन, स्वास्थ्य और खुशहाली से जुड़े अनुसंधान और नवाचार के क्षेत्रों में सहयोग की नई संभावनाओं पर चर्चा हुई।
संस्थान के अधिकारियों ने बताया कि ग्लोबलीजीआई वर्तमान में आईआईटी खड़गपुर के कृषि एवं खाद्य इंजीनियरिंग विभाग के साथ अनुसंधान सहयोग में कार्यरत है तथा “मूडीज-फूड एंड बेवरेज इनोवेशन हब” को प्रायोजित कर रहा है।
इस हब का समन्वय प्रोफेसर एच.एन. मिश्रा तथा सह-समन्वय डॉ. गायत्री मिश्रा द्वारा किया जा रहा है। यह हब स्वास्थ्य एवं खुशहाली केंद्रित खाद्य और पेय पदार्थों हेतु स्मार्ट तकनीकों और उपकरणों के विकास पर कार्य कर रहा है।

दौरे के दौरान ग्लोबलीजीआई टीम ने आईआईटी खड़गपुर के विशेषज्ञों के साथ सतत और परिवर्तनकारी नवाचारों पर गहन चर्चा की, जिसमें तकनीक, भोजन और मानव कल्याण के संगम पर विशेष ध्यान दिया गया।
प्रोफेसर सुमन चक्रवर्ती, निदेशक, आईआईटी खड़गपुर ने ग्लोबलीजीआई टीम की समाज- आवश्यकता आधारित नवाचार के प्रति प्रतिबद्धता की सराहना की और प्रस्तावित “ग्लोबलीजीआई- आईआईटी खड़गपुर सेंटर ऑफ एक्सीलेंस ऑन फूड, हेल्थ एंड वेलबीइंग” के लिए संस्थागत सहयोग प्रदान करने की घोषणा की।
कहा कि यह केंद्र संस्थान के प्लैटिनम जुबली समारोह का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होगा। उन्होंने ग्लोबलीजीआई को आईआईटी खड़गपुर रिसर्च पार्क, कोलकाता में अपनी उपस्थिति स्थापित करने के लिए भी प्रोत्साहित किया, जो उद्योग-शैक्षणिक सहयोग का अग्रणी केंद्र है।
टीम ने आईआईटी खड़गपुर के अन्य विभागों और केंद्रों जैसे वास्तुकला एवं क्षेत्रीय नियोजन विभाग, रेखी सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर द साइंस ऑफ हैप्पीनेस, प्रो. एम.एन. फारूकी इनोवेशन्स सेंटर तथा विनोद गुप्ता स्कूल ऑफ मैनेजमेंट के साथ संभावित सहयोग पर भी चर्चा की।
यह दौरा ग्लोबलीजीआई और आईआईटी खड़गपुर के बीच सहयोग को सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ, जो नवाचार को व्यावहारिक समाधानों में परिवर्तित कर वैश्विक स्वास्थ्य, खुशहाली और सतत विकास की दिशा में योगदान देगा।
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