कोलकाता | 28 अक्टूबर 2025 — पश्चिम बंगाल में 2026 विधानसभा चुनावों की तैयारी के तहत चुनाव आयोग ने Special Intensive Revision (SIR) फेज़ 2 से पहले 29 अक्टूबर को सभी-पार्टी बैठक बुलाने की घोषणा की है। इसके साथ ही 4 नवंबर 2025 से मतदाता सूची सत्यापन की प्रक्रिया शुरू होगी, जो पूरे राज्य में घर-घर जाकर BLOs द्वारा की जाएगी।
📋 SIR फेज़ 2: प्रमुख तिथियाँ
| चरण | तिथि / विवरण |
|---|---|
| सभी-पार्टी बैठक | 29 अक्टूबर 2025, शाम 4 बजे |
| मतदाता सूची सत्यापन शुरू | 4 नवंबर से 4 दिसंबर 2025 तक |
| ड्राफ्ट वोटर लिस्ट प्रकाशन | 8 दिसंबर 2025 |
| दावे और आपत्तियाँ स्वीकार | 8 दिसंबर 2025 से 8 जनवरी 2026 तक |
| सुनवाई और निपटारा | 31 जनवरी 2026 तक |
| अंतिम मतदाता सूची जारी | 7 फरवरी 2026 |
- इस प्रक्रिया में 5.33 लाख BLOs और 7 लाख से अधिक BLAs भाग लेंगे
🗣️ राजनीतिक प्रतिक्रियाएँ
- TMC प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा:
“हम पारदर्शी वोटर लिस्ट के पक्ष में हैं, लेकिन अगर किसी वैध नागरिक को परेशान किया गया तो हम लोकतांत्रिक तरीके से विरोध करेंगे।”
- BJP का बयान:
“SIR का उद्देश्य अवैध घुसपैठियों और फर्जी वोटर्स को हटाना है।”
🏛️ चुनाव आयोग की स्थिति
- मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने स्पष्ट किया कि:
- “SIR पूरी तरह संविधान के अनुच्छेद 324(6) के तहत संचालित प्रक्रिया है”
- “राज्य सरकारों को चुनावी कर्मियों की उपलब्धता सुनिश्चित करनी होगी”
- “कानून व्यवस्था बनाए रखना राज्य सरकार की संवैधानिक जिम्मेदारी है”
🔍 पृष्ठभूमि और महत्व
- SIR का पहला चरण बिहार में हुआ था, जिसमें 80 लाख से अधिक डुप्लिकेट और अमान्य नाम हटाए गए
- बंगाल में राजनीतिक दलों के बीच वोटर लिस्ट को लेकर पहले भी विवाद होते रहे हैं
- SIR फेज़ 2 का उद्देश्य है मतदाता सूची को शुद्ध और पारदर्शी बनाना, ताकि 2026 के चुनाव निष्पक्ष और विश्वसनीय हों
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