श्रीरामपुर। हुगली जिले के श्रीरामपुर के कुमीरजला रोड स्थित माकपा कार्यालय के पास एक मकान की दीवार पर हिंदू देवी-देवताओं की तस्वीरें लगाई गई थीं। लेकिन विडंबना यह रही कि ठीक उन्हीं तस्वीरों के सामने कूड़े का ढेर और गंदगी फैली हुई थी। नाली के समीप देवी-देवताओं की छवियों का इस तरह अपमान होते देख स्थानीय भाजपा नेता हरि मिश्रा आक्रोशित हो उठे।
हरि मिश्रा ने स्थानीय लोगों को साथ लेकर मकान मालिक से सीधे संपर्क किया और इस विषय में अपनी आपत्ति दर्ज करवाई। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा, “देवी-देवताओं की तस्वीरें लगाकर लोग सोचते हैं कि कोई पेशाब नहीं करेगा या गंदगी नहीं फैलाएगा, लेकिन इस पवित्र प्रतीक का जिस तरह अपमान हो रहा है, वह असहनीय है। यह न केवल हमारी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचाता है, बल्कि हिंदू धर्म का अपमान भी है।”
भाजपा नेता ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि यदि शीघ्र ही तस्वीरें वहां से हटाकर उचित स्थान पर नहीं लगाई गई और उस क्षेत्र की साफ-सफाई नहीं की गई, तो वे आंदोलन के माध्यम से इसका विरोध करेंगे। उन्होंने कहा कि “यह कोई एक जगह की बात नहीं है, रोजाना गलियों में इस तरह के दृश्य आम होते जा रहे हैं, लेकिन लोग चुप रह जाते हैं। अब चुप नहीं बैठेंगे, धर्म का अपमान बर्दाश्त नहीं होगा।”
इस मामले की लिखित शिकायत श्रीरामपुर नगरपालिका प्रशासन से भी की गई है। जब यह मामला नगरपालिका के चेयरमैन गिरधारी साहा के संज्ञान में आया तो उन्होंने कहा, “हमने इस विषय को गंभीरता से लिया है। शीघ्र ही जांच कर उचित कार्यवाही की जाएगी। नगर की स्वच्छता और धार्मिक मर्यादा दोनों हमारी प्राथमिकता में हैं।”
स्थानीय लोगों ने भी इस पहल की सराहना की और कहा कि धार्मिक चिन्हों का प्रयोग केवल सामाजिक अनुशासन के नाम पर नहीं, बल्कि श्रद्धा और मर्यादा के साथ होना चाहिए।
इस घटना ने एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि सार्वजनिक स्थानों पर धार्मिक प्रतीकों का प्रयोग किस भावना और उद्देश्य से किया जाना चाहिए, ताकि न केवल आस्था की रक्षा हो बल्कि सामाजिक सौहार्द भी बना रहे।
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