शेन वार्न पुण्यतिथि विशेष

नई दिल्ली। क्रिकेट तो इस धरा पर सदियों से खेला जा रहा है और शायद आगे भी खेला जाता रहेगा। लेकिन कुछ क्रिकेटर, कुछ खिलाड़ी अपने कौशल और जीवटता के कारण इस खेल की किसी एक विधा के पर्याय बनकर अमर हो जाते हैं। आधुनिक काल के क्रिकेटरों में जैसे सचिन तेंदुलकर बैटिंग के पर्याय हैं, जैसे शोएब अख्तर और ब्रेट ली तेज गेंदबाजी के प्रतीक हैं, जैसे मैकग्राथ, कपिल देव मध्यम तेज गेंदबाजी के पर्याय हैं, जैसे जोंटी रोड्स और सर जडेजा फील्डिंग के पर्याय हैं, जैसे मुरलीधरन ऑफ स्पिन के पर्याय हैं, उसी तरह शेन वार्न पूरे विश्व मे लेग स्पिनर के पर्याय बन चुके थे।

विश्व के सभी गेंदबाजों में सबसे छोटा रन-अप शायद शेन वार्न का ही था। लेकिन उनकी गेंदों की धार सबसे तेज और करारी थी। ढाई स्टेप का डायगोनल रन अप लेकर वह विकेट पर नहीं बल्कि बल्लेबाजों के दिमाग पर गेंद डाला करते थे। शेन वार्न किसी भी बल्लेबाज के चारों ओर एक मायाजाल सा बुन दिया करते थे।

एशेज सीरीज के दौरान लेग स्टंप के बाहर टप्पा खाकर इंग्लैंड के बल्लेबाज माइक गेटिंग का ऑफ स्टंप ले उड़ी “बॉल ऑफ द सेंचुरी” इसी स्पिन के जादूगर की जादूगरी थी। इंग्लैंड, न्यूजीलैंड, दक्षिण अफ्रीका जैसे देशों के दिग्गज बल्लेबाज उनकी स्पिन गेंदबाजी से खौफ खाते थे। वह गेंदबाजी करते समय किसी अति मानवीय किरदार जैसे लगते थे। उनकी गेंदबाजी इतनी सटीक थी विश्लेषकों का मानना था कि वह छह की छह गेंदों का टप्पा एक सिक्के पर गिरा सकते थे।

हालांकि दुनिया भर के बल्लेबाजों को अपनी फिरकी पर नाचने के लिए विवश कर देने वाले शानदार शेन का जादू भारतीय बल्लेबाजों पर उस कदर नहीं चल सका। शारजाह के ‘डेजर्ट स्टॉर्म’ के बाद कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम में इस महान गेंदबाज की सचिन ने बखिया उधेड़ दी थी। कानपुर की छह छक्कों वाली पिटाई शेन वार्न पर इस कदर हावी हुई कि उन्होंने खुद ही स्वीकार किया था कि – “सचिन उनके सपनों में आते हैं।” यह ईमानदार स्वीकारोक्ति और अपने विपक्षी की खुले दिल से प्रशंसा करना उनके कद को और बढ़ा देता है।

लेकिन लोग कहते हैं की विलक्षण व्यक्ति थोड़े अतरंगी, थोड़े सटके और भटके हुए होते हैं। शायद इसीलिए क्रिकेट की फील्ड का यह बेताज बादशाह अपने अतरंगी व्यवहार के कारण व्यक्तिगत जीवन में तमाम विवादों से घिरा रहा। कभी नशेबाजी को लेकर, चलते मैच के दौरान दर्शकों के कप से बियर पीने को लेकर तो कभी अन्य स्त्रियों से संबंध को लेकर। हालांकि शेन वार्न ने कभी दोहरा चरित्र जीने की कोशिश नहीं की। वह जैसे थे, वैसे ही दिखते रहे। अच्छा-बुरा जो करते थे खुलेआम करते थे, डंके की चोट पर करते थे।

अपने निजी जीवन मे शेन वार्न भले ही परफेक्ट नहीं थे, आदर्श नहीं थे। लंगोट के तो बिल्कुल ही कच्चे थे लेकिन क्रिकेट खेल के वह एकदम पक्के खिलाड़ी थे, गेंदबाजी के देदीप्यमान नक्षत्र थे, लेग स्पिन के माउंट एवरेस्ट थे। करिश्माई व्यक्तित्व का यह खिलाड़ी आज ही के दिन यानि 04 मार्च 2022 को असामान्य परिस्थितियों में असमय ही काल के गाल में समा गया।

शेन तो चले गए पर आगामी कई दशकों तक जब भी स्पिन गेंदबाजी, विशेषकर लेग स्पिन गेंदबाजी की चर्चा होगी, इस महान खिलाड़ी के बगैर कभी पूरी नहीं होगी।

श्रद्धांजलि शेन!!
(विनय सिंह बैस)
शेन के फैन

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