
हावड़ा। श्री जैन विद्यालय, हावड़ा के सुसज्जित सभागार में ‘नोबल’ पुरस्कार से सम्मानित विश्वकवि रवीन्द्रनाथ ठाकुर की 164वीं जयंती अत्यंत ही हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। जयंती उत्सव का आरंभ गुरुदेव के भव्य चित्र पर माल्यार्पण कर उसके सम्मुख दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।
उसके बाद विद्यालय के शिक्षक-शिक्षिकाओं ने सम्मिलित भाव से ‘कविगुरु’ द्वारा रचित “नबो आनंदे जागो नब रवि किरने” एवं “आमर मुक्ति आलोय-आलोय” गान का सुमधुर गायन कर ‘गुरुदेव’ के प्रति आदर-सम्मान प्रकट किए। तत्पश्चात विद्यालय के छात्रों ने बारी-बारी से विश्वकवि रवीन्द्रनाथ ठाकुर की बांग्ला तथा अंग्रेजी की विभिन्न कविताओं की काव्य-आवृति एवं नृत्य का प्रदर्शन किया।
विद्यार्थियों द्वारा अभिनीत लघु नाटिका ‘विदूषक’ सभी दर्शकों को बहुत हर्षित किया। तत्पश्चात विद्यार्थियों के एक विशेष दल ने कविगुरु रवीन्द्रनाथ ठाकुर की रचना गीतांजलि से काव्य पाठ किया।
विद्यालय की प्राचार्या श्रीमती इंदु जोसेफ चौधुरी ने विश्वकवि रवीन्द्रनाथ ठाकुर के कृतित्व और व्यक्तित्व को बतलाते हए विद्यार्थियों को उनके रचनात्मक आदर्शों को ग्रहण करने का परामर्श दिया एवं धन्यवाद ज्ञापन किया।
पूरे कार्यक्रम को सफल ढंग से प्रस्तुत करने में विद्यालय के शिक्षक-शिक्षिकाएं सुदेशना भट्टाचार्य, दिव्येदु भट्टाचार्य, अमिता नन्दन, स्वागत सरकार, सपना चक्रवर्ती, दीप शिखा तिवारी, अनामिका तिवारी, पायल भद्रा, मोमिता दास, सोमनाथ मुंशी, अनन्या बाग, सुजय बारीक, विनीता भट्टाचार्य एवं शिक्षक प्रतिनिधि संतोष कुमार तिवारी आदि की भूमिका अहम रही।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे कोलकाता हिन्दी न्यूज चैनल पेज को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। एक्स (ट्विटर) पर @hindi_kolkata नाम से सर्च कर, फॉलो करें।