खड़गपुर। क्या खड़गपुर शहर भविष्य में रहने लायक रह पाएगा? “आइए एकजुट हों, हाथ मिलाएं। आइए एक सुंदर और स्वच्छ पर्यावरण की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध हों। विश्व पर्यावरण दिवस पर इस विचार के साथ पश्चिम बंगाल विज्ञान मंच की पश्चिम मेदिनीपुर जिला केंद्र की पहल पर गुरुवार को खड़गपुर अनुमंडल प्रशासक कार्यालय के सामने विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया। शहर के कई स्कूलों के छात्र-छात्राएं, शिक्षक-शिक्षिकाएं और खड़गपुर से सटे इलाकों के पर्यावरण प्रेमी आम लोगों समेत करीब तीन सौ लोग इस सभा में मौजूद थे।
मुख्य वक्ता ऑल इंडिया पीपल साइंस नेटवर्क के संयुक्त सचिव प्रोफेसर डॉ. सत्यजीत चक्रवर्ती थे। डॉ. सत्यजीत चक्रवर्ती ने मुख्य वक्ता थे। 53वें विश्व पर्यावरण दिवस पर संगठन के सचिव डॉ. सुधापद बसु ने पूरे जिले में पर्यावरण अनुकूल विकास के पक्ष में विकास बनाम सतत विकास, जलवायु परिवर्तन, स्थानीय जलवायु परिवर्तन और रासायनिक प्रदूषण समेत अन्य प्रदूषण को रोकने पर चर्चा की।
विचार-विमर्श बैठक की अध्यक्षता संगठन के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. दिलीप चक्रवर्ती ने की। उन्होंने कहा कि 1972 में स्टॉकहोम पर्यावरण सम्मेलन के माध्यम से 1973 से पूरे विश्व में विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाने लगा। पर्यावरण संरक्षण, वन संरक्षण, प्लास्टिक के उपयोग पर प्रतिबंध जैसे मुद्दों को महत्व मिला है।
पिछले 2018, 2023 और 2025 में विश्व पर्यावरण दिवस का मुख्य विचार प्लास्टिक प्रदूषण को समाप्त करना था। पूरे जिले में जीवन, आजीविका और पर्यावरण की सुरक्षा के लिए 21 लोगों की एक तैयारी समिति का प्रस्ताव रखा गया।
भविष्य में एक सामूहिक सम्मेलन के माध्यम से अधिक पर्यावरण के प्रति अनुकूल लोगों के साथ एक पूर्ण समिति का गठन किया जाएगा। इस दौरान लोगों के बीच करीब 300 पौधे भी वितरित किए गए।
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