बांग्लादेश में रवींद्रनाथ टैगोर के पैतृक घर पर की गई तोड़फोड़

संवाद सूत्र, कोलकाता : बांग्लादेश में रवींद्रनाथ टैगोर के पैतृक घर में तोड़फोड़ की घटना को लेकर भाजपा ने गुरुवार को पड़ोसी देश की अंतरिम सरकार की निंदा की और इस घटना की वैश्विक निंदा करने का आह्वान किया। बांग्लादेश के सिराजगंज जिले में मंगलवार को भीड़ ने नोबेल पुरस्कार विजेता टैगोर के पैतृक घर पर हमला कर तोड़फोड़ की।

भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने मीडिया में जारी खबरों का हवाला देते हुए कहा कि हमले के पीछे जमात-ए-इस्लामी और हिफाजत-ए-इस्लाम का हाथ है।उन्होंने कहा कि टैगोर बंगाल और भारतीय संस्कृति व सभ्यता के एक प्रतिष्ठित प्रतीक हैं।

पात्रा ने इस मुद्दे को न उठाने के लिए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की भी आलोचना की और आरोप लगाया कि वह पड़ोसी बांग्लादेश से आए घुसपैठियों को वोट बैंक के तौर पर देखती हैं तथा राजनीतिक कारणों से चुप रहना पसंद करती हैं।

उन्होंने संवाददाताओं से कहा, “वह (ममता बनर्जी) वोट बैंक की राजनीति से और हम सांस्कृतिक राजनीति से प्रेरित हैं।”

पात्रा ने कहा कि मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की और उसका आचरण उचित नहीं रहा है। उन्होंने विश्व समुदाय से इस घटना के खिलाफ एकजुट होने की अपील की और कहा कि उनकी पार्टी समावेशिता में विश्वास करती है।

भाजपा प्रवक्ता ने कहा, “हम उन सभी देशों से वैश्विक आह्वान कर रहे हैं जो नैतिकता, सभ्यतागत विचारों, रचनात्मकता और संस्कृति को महत्व देते हैं। बांग्लादेश में जो कुछ हुआ है, उसकी निंदा करने के लिए उन सभी को एक साथ आना चाहिए।”

पात्रा ने कहा कि टैगोर ने इस पैतृक घर में कई यादगार रचनाएं कीं।

टैगोर के पैतृक घर को ‘कछारीबाड़ी’ के नाम से जाना जाता है और बांग्लादेश सरकार ने इसे संग्रहालय के रूप में मान्यता दी हुई है।

भाजपा सांसद ने कहा कि उन्होंने (टैगोर ने) न केवल भारत का बल्कि बांग्लादेश का भी राष्ट्रगान लिखा है। बांग्लादेश में पिछले वर्ष शेख हसीना के अपदस्थ होने के बाद इस्लामी कट्टरपंथियों की गतिविधियों में वृद्धि देखी गई है।

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