
तारकेश कुमार ओझा, खड़गपुर। वामपंथी संगठनों द्वारा गुरुवार को ट्रेन लेट से चलने के कारण यात्रियों को हो रही विभिन्न परेशानियों पर नाराजगी प्रकट करते हुए खड़गपुर स्थित डीआरएम ऑफिस के समक्ष विरोध प्रदर्शन किया गया। इस अवसर पर अपने संबोधन में वक्ताओं ने कहा कि हावड़ा-मिदनापुर, हावड़ा-आद्रा एवं हावड़ा-टाटा, हावड़ा-भद्रक, डिविजन मे तमाम यात्री गाड़ियाँ लंबे समय से विलम्ब चल रही है। जिससे हजारों यात्रियों को बेहद परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
वक्ताओं ने हावड़ा-खड़गपुर, मेदिनीपुर-आद्रा, हावड़ा-खड़गपुर-टाटा, हावड़ा-खड़गपुर-बालेश्वर सेक्शन पर मेल एक्सप्रेस, ईएमयू लोकल समेत सभी ट्रेनें समय पर चलाने, सभी रिक्त पदों पर बहाली, खड़गपुर से हावड़ा तक चौथी लाइन का काम शुरू करने, रेलवे ठेका श्रमिकों को न्यूनतम वेतन के साथ सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने, बालीचक फ्लाई ओवर का काम जल्द पूरा करने, रेलवे झुग्गी वासियों को लीज पर पट्टे का प्रावधान।
रेलवे ठेका श्रमिकों को न्यूनतम वेतन सहित सामाजिक सुरक्षा, फेरीवालों और रेल हॉकरों की अमानवीय बेदखली वैकल्पिक व्यवस्था के बिना ना करने, पांशकुड़ा से घाटाल होते हुए चंद्रकोणा रोड तक रेलवे लाइन का काम शुरू करने, वरिष्ठ नागरिकों के लिए किराये में छूट, खड़गपुर रेलवे अस्पताल सहित रेलवे स्वास्थ्य केंद्रोँ का आधुनिकीकरण।
रेलवे की जमीन नहीं बेचने, फेरीवालों, दुकानदारों, झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वालों, वर्तमान और पूर्व रेलवे कर्मचारियों को सहयोग पूर्वक निर्माण के लिए जगह, दुकानें, व्यवसाय और मकान देने, जगन्नाथ एक्सप्रेस का दाँतन में ठहराव, पिछले तीन महीनों से खड़गपुर शहर के रेलवे क्षेत्र के नौ महत्वपूर्ण स्थानों की सड़कें अवरुद्ध हैं।
एम्बुलेंस सहित हजारों लोगों की आवाजाही अवरुद्ध है। जनता की सुविधा के लिए सड़कों को तत्काल यातायात के लिए तत्काल खोलने, पुरुलिया एक्सप्रेस, इंटरसिटी एक्सप्रेस, भद्रक लोकल, घाटशिला लोकल, जलेश्वर लोकल में कोच की संख्या बढ़ाने आदि की मांग की गई।
ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक नेता अरूप दत्ता व सुकुमार सिंह ने कहा कि रेल यात्री लंबे समय से समस्याओं का सामना कर रहे हैं। यात्रियों का धैर्य अब जवाब दे रहा है।
झाड़ग्राम रेलवे स्टेशन के बाहर भी धरना प्रदर्शन आयोजित किया गया। यह प्रदर्शन झाड़ग्राम नागरिक उद्योग द्वारा आयोजित किया गया था, जो एक गैर-राजनीतिक संगठन है। प्रदर्शनकारी समय पर और नियमित ट्रेन सेवाओं की मांग कर रहे थे, साथ ही 9 अन्य मांगों को भी उठाया गया। जिसमें बंद की जा चुकी ट्रेनों को अविलम्ब शुरू करने और लोकल ट्रेनों को स्पेशल ट्रेन बता कर चलाना बंद करने की मांग प्रमुख रूप से शामिल है।
आयोजकों में से एक श्रीमंत कुमार राउत ने कहा, “हम रेलवे से जुड़ी कुल 8 मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। इसके अलावा, हम झाड़ग्राम शहर में विकास के नाम पर प्राकृतिक पर्यावरण को नष्ट करने और प्राचीन पेड़ों को काटने का कड़ा विरोध करते हैं।”
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे कोलकाता हिन्दी न्यूज चैनल पेज को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। एक्स (ट्विटर) पर @hindi_kolkata नाम से सर्च कर, फॉलो करें।