प्रतिभा जैन की कविता : साक्षरता

।।साक्षरता।।

अपनी बिखरी सी ज़िंदगी
साक्षरता की ओर समेट रही हूं
कभी किसी पन्ने में लिखे
शब्द ख़ोज रही हूं
दिल का हाल टटोल कर
नई पीढ़ी को लिख रही हूं
जीवन के हर पहलू में
साक्षरता को ख़ोज रही हूं
बिखरी सी ज़िंदगी में
कुछ रंग संवार रही हूं

prativa jain
प्रतिभा जैन, कवित्री

प्रतिभा जैन
टीकमगढ़ मध्य प्रदेश

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