पांशकुड़ा : मौचाक सेवा आश्रम में सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती मनाई गई, पुस्तक का हुआ लोकार्पण

तारकेश कुमार ओझा, खड़गपुर। पूर्व मेदिनीपुर के पांशकुड़ा ब्लॉक के माईशोरा क्षेत्र के मांगलाई स्थित मौचाक सेवा आश्रम में शुक्रवार को बड़े ही सम्मान और श्रद्धा के साथ सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती और राष्ट्रीय एकता दिवस मनाया गया।

इस अवसर पर आश्रम परिसर के चाणक्य मंच पर आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ सामूहिक अतिथियों की उपस्थिति में दीप प्रज्वलन से हुआ। समारोह की शुरुआत में सरदार पटेल की प्रतिमा पर अतिथियों ने माल्यार्पण और पुष्प अर्पित किया।

मौचाक सेवा आश्रम संघ के संयोजक मृणाल सुंदर पात्र और जन्मोत्सव आयोजन समिति के संयोजक गौतम कुमार बोस ने सभी उपस्थित अतिथियों का स्वागत किया।

कार्यक्रम के दौरान सरदार वल्लभभाई पटेल पर शिक्षक मृणाल सुंदर पात्र द्वारा रचित पुस्तक ‘सरदार वल्लभभाई पटेल – भारत के श्रेष्ठ प्रधानमंत्री – जो कभी बने नहीं’ का औपचारिक प्रकाशन प्रसिद्ध लेखक एवं लोकसंस्कृति शोधकर्ता डॉ. मधुप दे ने किया।

कार्यक्रम में पुस्तक की प्रकाशक तपती पब्लिशर्स की संचालिका डॉ. रिंकू चक्रवर्ती, पुस्तक की आवरण कलाकार अल्पना देवनाथ बसु, समाजसेवी शिक्षक सुदीप कुमार खाड़ा, श्यामसुंदर पाटना हाई स्कूल के प्रधानाध्यापक गोलाम मुस्तफा, सहाविद्यापक शुभंकर दत्ता, शिक्षक देवाशीष घोष, शिक्षक बीरेन्द्रनाथ राय, शिक्षक लक्ष्मीकांत कांठाल सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

उद्घाटक डॉ. मधुप दे सहित अन्य वक्ताओं ने एकजुट भारत के निर्माण में सरदार पटेल के योगदान को स्मरण किया और उनके जन्मदिवस को निष्ठा एवं सम्मान के साथ मनाने के लिए आयोजकों की सराहना की।

साथ ही उन्होंने सरदार पटेल पर पुस्तक लिखने के लिए मृणाल सुंदर पात्र को बधाई दी और पुस्तक की सफलता एवं व्यापक प्रसार की शुभकामनाएँ दीं। अनुष्ठान का संचालन तथा समापन धन्यवाद ज्ञापन जयंती समिति के आमंत्रक गौतम कुमार बोस ने किया।

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