
खड़गपुर। 3 फरवरी, 2025 को मेदिनीपुर की सांसद जून माल्या ने देश में पशु संरक्षण कानूनों को मजबूत करने की तत्काल आवश्यकता पर प्रकाश डाला था और पशु क्रूरता निवारण (संशोधन) विधेयक, 2022 के मसौदे को जल्द से जल्द पेश करने और पारित करने का आह्वान किया था।
सांसद जून माल्या ने इस संबंध में संसद में अनुच्छेद 377 को उठाया। उन्होंने कहा, “मैं ‘पशु क्रूरता निवारण’ विधेयक में यथाशीघ्र संशोधन लाने का प्रस्ताव कर रही हूं।” सांसद के अनुसार 1960 के बाद से इस कानून में कोई बदलाव नहीं हुआ है। इसमें कई धाराएं ऐसी हैं जो जमानती हैं।
परिणामस्वरूप, अपराधी बहुत आसानी से बच निकलते हैं। यह सुनकर केंद्रीय कृषि मंत्री राजीव रंजन सिंह ने पत्र लिखकर कहा कि कानून में संशोधन का काम शुरू हो गया है। इस संबंध में जल्द कार्रवाई होगी।
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