
कोलकाता : उत्तर 24 परगना के बेलघरिया में राॅबिन्सन स्ट्रीट कांड जैसी एक घटना सामने आई है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बेलघरिया के बीएन घोषाल रोड इलाके में रहने वाली एक महिला अपनी बेटी की मौत के बाद उसके शव को सात दिनों तक घर पर रखी। इसकी खबर मंगलवार को तब लोगों को लगी जब घर से लगातार आ रही बदबू से परेशान होकर मुहल्ले वाले महिला के घर के अंदर पहुंचे। घर के अंदर के हालात देख उनके होश उड़ गए।
दरअसल घर के अंदर जब वे पहुंचे तो देखा कि मृतका के शव पास उसकी मां बैठी हुई थी। मृतका की शिनाख्त परमिता भट्टाचार्य (37) के रूप में हुई है। इसके बाद ही घटना की जानकारी पुलिस को दी गई। इस प्रकार का यह कोई पहला मामला नहीं है। पिछले साल नवम्बर में ही महानगर के साल्टलेक के करुणामयी इलाके में राॅबिन्सन स्ट्रीट कांड जैसी एक घटना सामने आई थी। उक्त घटना में पार्थो दे नाम का व्यक्ति अपनी बहन और दो पालतू कुत्तों की लाश के साथ 6 महीने से रह रहा था। साल्टलेक के करुणामयी वाली इस घटना में मानसिक रूप से बीमार एक युवक अपनी मां के शव को तीन दिन तक अपने ही घर में रखा रहा।
उक्त मृतका की शिनाख्त रंजना मुखोपाध्याय के रूप में हुई थी। स्थानीय लोगों ने इसकी खबर पुलिस को दी थी। जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा था। वहीं एक और मामले की बात करें तो इसके पहले अप्रैल 2018 में बेहाला इलाके में बेटे द्वारा मां के शव के टुकडे़ फ्रीज करने की घटना सामने आने के बाद हड़कंप मच गया था। यह घटना भी राॅबिन्सन स्ट्रीट कांड जैसी ही थी।
बता दें कि बेहाला वाली इस घटना में 46 साल के सुब्रत मजूमदार नामक एक व्यक्ति अपनी मां की मौत के बाद उसके शव को काटकर टुकड़ों को एक बड़े रेफ्रिजरेटर में रखा था और दो एसी वाले कमरे में इसे सील कर दिया था। सुब्रत के साथ उसके 89 साल के पिता भी रह रहे थे।
गिरफ्तार कर पुलिस ने आरोपी सुब्रत मजूमदार और उसके बीमार पिता गोपाल चंद्र मजूमदार से पूछताछ की लेकिन सवालों के जवाब मामले को और ज्यादा उलझा दिए थें। सुब्रत ने पुलिस को बताया था कि उसे यकीन था कि उसकी मां की जिंदगी वापस आ सकती है। इसलिए उसने ऐसा किया। इस मामले में यह भी खबर आई थी कि सुब्रत 2015 में अपनी मां की मौत के बाद भी उनकी पेंशन निकालता था। सुब्रत अपनी मां के अंगूठे का निशान लेकर 30 हजार के करीब मासिक पेंशन निकालता था।